BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर। सिहासा क्षेत्र के खुले मैदान में गुरुवार को बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मचारी रमेश पंवार का शव बरामद हुआ। शुरुआती जांच में उनके हाथ और पेट पर धारदार हथियार के निशान पाए गए थे, जिससे पुलिस को हत्या की आशंका भी हुई थी।
शुरुआती जानकारी और मौके पर जांच
सूचना मिलने पर डीसीपी आनंद कलादगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। रमेश पंवार की एक्टिवा भी पास ही खड़ी मिली। घटना डीपीएस स्कूल के पास हुई थी।
परिवार और जांच से सामने आई सुसाइड की संभावना
जांच के दौरान परिवार ने बताया कि रमेश पंवार लंबे समय से बीमार थे। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह अक्सर सुसाइड की बातें कर रहे थे। घटना वाले दिन उन्होंने बिना किसी को बताए घर से बाहर निकल गए। देर रात उनके बेटे आशीष ने उन्हें तलाशने की कोशिश की और द्वारकापुरी थाने भी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने आवेदन देने और खुद तलाश करने की सलाह दी।
सीसीटीवी फुटेज में रमेश पंवार अकेले चलते हुए नजर आए। कैमरे में वह कई बार गाड़ी रोककर सुनसान जगहों की जांच करते भी दिखे। पुलिस को यह जानकारी मिली कि उन्होंने खुद ही कटर खरीदा और उससे खुद को चोट पहुंचाई।
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां
रमेश पंवार बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मचारी थे और लंबे समय से शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से जूझ रहे थे। घटना से दो दिन पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उनके दो बेटे हैं – अतुल पंवार, जो दुबई में नौकरी करते हैं, और आशीष पंवार, जो इंदौर में गैरेज चलाते हैं।
पुलिस की स्थिति
शुरुआत में परिवार ने तांत्रिक क्रियाओं की आशंका भी जताई थी, लेकिन वर्तमान जांच के आधार पर पुलिस मामले को सुसाइड मानकर आगे की कार्रवाई कर रही है।





