बुधवार को दिल्ली से रायपुर आ रही इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खामी के चलते बड़ा व्यवधान सामने आया। फ्लाइट की लैंडिंग के बाद इसका दरवाजा नहीं खुला, जिससे यात्रियों को करीब आधे घंटे तक विमान के भीतर ही रहना पड़ा। इस फ्लाइट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी सफर कर रहे थे।
क्या हुआ फ्लाइट में?
- फ्लाइट ने रायपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग तो की, लेकिन जब यात्री उतरने लगे तो विमान का मुख्य दरवाजा नहीं खुला।
- बार-बार प्रयास के बाद भी गेट लॉक ही रहा, जिससे विमान में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई।
- यात्रियों में घबराहट फैल गई क्योंकि एयरक्राफ्ट रनवे पर रुका था और गर्मी व ऑक्सीजन की कमी की चिंता भी बढ़ रही थी।
- लगभग 30 मिनट बाद इंजीनियरों की मदद से दरवाजा खोला गया और सभी यात्री बाहर निकल सके।
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना की जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा की। उन्होंने लिखा:
“दिल्ली से रायपुर इंडिगो फ्लाइट से आए। एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद तकनीकी खराबी के कारण दरवाजा नहीं खुला। हम सभी यात्री लगभग आधा घंटा अंदर ही फंसे रहे।”
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो गई और लोगों ने फ्लाइट सेफ्टी को लेकर चिंता जताई।
इंडिगो एयरलाइंस की चुप्पी
घटना के कई घंटे बाद तक इंडिगो एयरलाइंस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
- यात्रियों का कहना है कि इस तरह की तकनीकी खराबी फ्लाइट ऑपरेशन्स की गुणवत्ता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
- कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर फ्लाइट में फंसे होने का अनुभव साझा किया और इंडिगो से जवाबदेही की मांग की।
यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से फ्लाइट सेफ्टी और तकनीकी जाँच प्रक्रिया को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- क्या टेक्निकल चेक पूरी तरह से नहीं हुआ था?
- यात्रियों को पहले से कोई सूचना क्यों नहीं दी गई?
- क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है?
दिल्ली से रायपुर आई इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी के कारण यात्रियों को जो असुविधा हुई, वह बेहद गंभीर मामला है। इसमें न केवल यात्रियों की सुरक्षा दांव पर लगी, बल्कि एयरलाइन की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठे। पूर्व मुख्यमंत्री के फ्लाइट में होने से मामला और ज्यादा सुर्खियों में रहा।