भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। टीम इंडिया इस समय 1-2 से पीछे चल रही है और अब केनिंग्टन ओवल के मैदान पर बराबरी करने का सुनहरा मौका है। मुकाबला भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे से शुरू होगा, जबकि टॉस 3:00 बजे होगा।
द ओवल का रिकॉर्ड: पहले बल्लेबाजी का फायदा
- द ओवल में अब तक 112 टेस्ट मैच खेले गए हैं।
- 42 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है।
- वहीं, 30 मैच चेज करने वाली टीम ने जीते हैं।
इससे साफ है कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा मिल सकता है। यही वजह है कि शुभमन गिल और उनकी टीम टॉस जीतने पर पहले बैटिंग चुन सकती है।
पिच रिपोर्ट: तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स दोनों को मदद
- ओवल की पिच पर हमेशा से तेज गेंदबाजों को स्विंग और मूवमेंट मिलती रही है।
- अगर आसमान में बादल छाए रहते हैं, तो पेसर्स और ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।
- मैच आगे बढ़ने पर स्पिनर्स को भी मदद मिलेगी और फिर बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो सकता है।
यानी, दोनों तरह के गेंदबाज इस पिच पर अहम भूमिका निभा सकते हैं।
ओवल के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स
- सबसे बड़ा स्कोर: इंग्लैंड ने 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 903 रन बनाए थे।
- सबसे कम स्कोर: ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 44 रन पर इंग्लैंड के खिलाफ (1896) ऑलआउट हुई थी।
ये आंकड़े बताते हैं कि ओवल की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों, दोनों के लिए अवसर देती है।
भारत का ओवल में प्रदर्शन
- भारत ने यहां 15 टेस्ट मैच खेले हैं।
- सिर्फ 2 मैच जीते, 6 हारे और 7 ड्रॉ रहे।
- जीत दर्ज करने वाले भारतीय कप्तान: अजीत वाडेकर और विराट कोहली।
अब कप्तान शुभमन गिल के पास इस ऐतिहासिक लिस्ट में शामिल होने का सुनहरा मौका है।
टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक मौका
भारत को सीरीज में बराबरी करनी है और इसके लिए द ओवल पर जीत जरूरी है। टॉस जीतने से टीम इंडिया को बड़ी बढ़त मिल सकती है। पिच का मिजाज तेज गेंदबाजों के पक्ष में होगा, लेकिन स्पिनर्स और बल्लेबाजों को भी मौके मिलेंगे।
यह मुकाबला भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए रोमांचक साबित होने वाला है।