समाजावादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन से लेकर उत्तरप्रदेश में एसटीएफ के एक्शन पर भी बात की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भेड़ियों का आतंक अभी भी खत्म नहीं हुआ है, जानवरों के हमले लोगों को प्रशासन नहीं बचा रही है। इसी को लेकर आज अखिलेश ने कहा है कि सरकार अगर आदमखोर भेड़ियों को नहीं ढूंढ पा रही है तो ठोंको नीति के तहत एसटीएफ को भी इसमें लगाना चाहिए।
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि एसटीएफ पर अगर इतना ही भरोसा है तो बहराइच भेजिए। एसटीएफ में सबसे ज्यादा जौनपुर के लोगों की पोस्टिंग हो रही है। ऐसा क्यों हो रहा है?उन्होंने कहा कि बीजेपी इतना बुरा हारेगी की आप कल्पना नहीं कर सकते हैं। लोग चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। बीजेपी पहले अपना भस्मासुर ढूंढे। अभी हरियाणा और महाराष्ट्र सब हारेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि, “वन नेशन वन इलेक्शन बड़ी साजिश है। इसके चलते हमको आपको उलझाने की कोशिश की जा रही है। महिला आरक्षण पर कितनी बात हुई, क्या महिला आरक्षण लागू हो गया? वन नेशन – इलेक्शन पर 18626 पेज की रिपोर्ट थी,191 दिनों में पूरी हुई, यानी एक दिन में लगभग 100 पेज..अब इसी से पता चलता है कि कितनी चर्चा हुई होगी, असल मे ये भाजपा की रिपोर्ट है, वन नेशन,वन इलेक्शन वन डोनेशन।”
सपा पर माफिया को संरक्षण देने के आरोप पर अखिलेश यादव ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश सरकार को सबसे पहले टॉप 10 माफियाओं की सूची जारी करनी चाहिए और बताना चाहिए कि वो किस दल में हैं। ये (योगी आदित्यनाथ) पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने खुद के मुकदमे वापस लिए हैं।”