BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली : भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक अहम उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक अब समाप्त हो चुकी है। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और थल, वायु एवं नौसेना प्रमुख शामिल हुए।
यह बैठक ऐसे समय पर हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की बातचीत भी आज होने जा रही है। इस हाईलेवल मीटिंग का उद्देश्य देश की सुरक्षा रणनीति को मजबूत बनाना और पाकिस्तान की ओर से हो रही चुनौतियों का ठोस जवाब तय करना था।
क्यों अहम रही यह बैठक?
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जबरदस्त तनाव है।
- भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया।
- इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने उन्हें नाकाम कर दिया।
पीएम मोदी का संदेश: भारत देगा सख्त जवाब
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि भारत की शांति भंग करने के किसी भी प्रयास का सख्त और निर्णायक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा:
“भारत की सशस्त्र सेनाएं देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम हैं और हर तरह की चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देंगी।”
ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी
सूत्रों के अनुसार, भारत द्वारा चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी सक्रिय है। यह ऑपरेशन 7 मई को शुरू हुआ था, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- 10 मई को सीजफायर की सहमति के बावजूद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलें भेजीं।
- इसके बाद भारत ने साफ कर दिया है कि सीजफायर के उल्लंघन का परिणाम भुगतना पड़ेगा।
डीजीएमओ बैठक से पहले भारत का रुख साफ
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) आज मिलने वाले हैं, लेकिन भारत पहले ही साफ कर चुका है कि:
- किसी भी प्रकार की उकसावे वाली कार्रवाई का भारत कड़ा जवाब देगा।
- पाकिस्तान को यह समझना होगा कि अब कोई भी जगह आतंकियों के लिए सुरक्षित नहीं है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संदेश?
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के अनुसार:
“हमने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि आतंकियों और उनके समर्थकों को कोई पनाह नहीं मिलेगी। वे चाहे जहां भी छिपे हों—किसी चार मंजिला बंगले में या ट्रेनिंग कैंप में—हम उन्हें ढूंढ निकालेंगे।”