सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के को-सीईओ हान जोंग-ही का निधन: दिल का दौरा बना वजह
25 मार्च 2025, सियोल: साउथ कोरिया की दिग्गज टेक कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने मंगलवार को एक दुखद खबर साझा की। कंपनी के को-चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (को-सीईओ) हान जोंग-ही का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 63 साल के हान सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल डिवाइस डिवीजन के बॉस थे। उनके अचानक चले जाने से कंपनी और टेक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

हान जोंग-ही: सैमसंग का मजबूत स्तंभ
हान जोंग-ही पिछले 40 सालों से सैमसंग के साथ जुड़े थे। उन्होंने टीवी बिजनेस से अपनी शुरुआत की थी और मेहनत के दम पर 2022 में वाइस चेयरमैन और सीईओ का पद हासिल किया। उनकी अगुवाई में सैमसंग का कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। लेकिन अब उनके जाने से कंपनी को बड़ा झटका लगा है। सैमसंग ने अभी तक उनके उत्तराधिकारी के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।
सैमसंग का नया बॉस: जुन यंग-ह्यून
हान के निधन के बाद अब सैमसंग का पूरा कमान जुन यंग-ह्यून के हाथों में है। जुन को पिछले हफ्ते ही शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में को-सीईओ बनाया गया था। वो सैमसंग के चिप बिजनेस को संभालते हैं, जो पिछले कुछ समय से मुश्किल दौर से गुजर रहा है। अब जुन के कंधों पर कंपनी को आगे ले जाने की बड़ी जिम्मेदारी है।
सैमसंग के लिए मुश्किल वक्त
सैमसंग हाल के दिनों में कई चुनौतियों से जूझ रही है। कंपनी की कमाई घटी है और शेयर की कीमतें भी नीचे आई हैं। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के दौर में सैमसंग अपने प्रतिद्वंदियों जैसे SK हायनिक्स और TSMC से पीछे रह गई है। इसके अलावा, स्मार्टफोन मार्केट में भी कंपनी ने अपनी नंबर वन की पोजीशन एपल को गंवा दी। हान ने पिछले हफ्ते शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में माफी मांगी थी और कहा था, “हम एआई सेमीकंडक्टर मार्केट में सही जवाब नहीं दे पाए।”
हान का आखिरी योगदान
हान ने पिछले हफ्ते सैमसंग की सालाना मीटिंग की अध्यक्षता की थी। वहां उन्होंने शेयरहोल्डर्स से वादा किया था कि कंपनी 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और ट्रेड वॉर जैसी चुनौतियों का जवाब अपनी ग्लोबल सप्लाई चेन से देगी। हान बुधवार को सैमसंग के नए होम अप्लायंसेज लॉन्च इवेंट में भी शामिल होने वाले थे, लेकिन अब वो मौका उनके बिना ही होगा।
सैमसंग का इतिहास
सैमसंग की शुरुआत 1969 में साउथ कोरिया के सुवोन शहर से हुई थी। उस वक्त ये कंपनी उर्वरक और मिठास का कारोबार करती थी। लेकिन धीरे-धीरे इसने इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया में कदम रखा। आज ये कंपनी स्मार्टफोन, टीवी, चिप्स और घरेलू सामानों की बड़ी खिलाड़ी है। सैमसंग गैलेक्सी सीरीज ने इसे घर-घर में पहचान दी। लेकिन अब कंपनी को नए जोश और रणनीति की जरूरत है।
बाजार पर असर
हान के निधन की खबर के बाद सैमसंग के शेयरों में सुबह के कारोबार में कोई खास बदलाव नहीं दिखा। शेयर 0.5% नीचे थे, जो साउथ कोरिया के बाजार के हिसाब से सामान्य था। लेकिन जानकारों का मानना है कि हान की गैरमौजूदगी लंबे वक्त में सैमसंग की मार्केटिंग और रणनीति पर असर डाल सकती है।
भविष्य की राह
सैमसंग के चेयरमैन जे वाई ली इस वक्त चीन में हैं। वो वहां शाओमी की कार फैक्ट्री और BYD के हेडक्वार्टर गए हैं। सैमसंग अब ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में भी अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है। लेकिन हान जैसे अनुभवी लीडर के बिना ये सफर आसान नहीं होगा।
हान जोंग-ही का जाना सैमसंग के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि जुन यंग-ह्यून के नेतृत्व में वो फिर से अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ लेगी। टेक की इस जंग में सैमसंग का अगला कदम क्या होगा, ये देखना दिलचस्प रहेगा।
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