देश के अलग-अलग राज्यों को जोड़ने की दिशा में एक और बड़ी पहल करते हुए केंद्र सरकार ने ग्वालियर से बेंगलुरु के बीच सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने की घोषणा की है। यह ट्रेन सेवा आगामी दो महीनों के भीतर शुरू की जाएगी, जिससे मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के बीच यात्रा, व्यापार और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
🚆 नई ट्रेन का रूट क्या होगा?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि यह नई ट्रेन ग्वालियर से चलकर गुना और भोपाल होते हुए बेंगलुरु (KSR Bengaluru City) तक जाएगी।
📍 मुख्य स्टेशन:
- ग्वालियर
- गुना
- भोपाल
- बेंगलुरु
इस रूट के ज़रिए मध्य प्रदेश के यात्रियों को आईटी हब बेंगलुरु तक बिना किसी बदलाव के पहुंचने की सुविधा मिलेगी, जो छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए बेहद फायदेमंद होगी।
🛤 मध्य प्रदेश को मिल रही हैं तीन नई ट्रेन सेवाएं
रेल मंत्री ने बताया कि यह ग्वालियर-बेंगलुरु ट्रेन केवल एक हिस्सा है। कुल मिलाकर तीन नई ट्रेन सेवाएं शुरू की जा रही हैं:
- ग्वालियर – बेंगलुरु
- रीवा – पुणे
- जबलपुर – रायपुर
इनसे मध्य प्रदेश की कनेक्टिविटी कर्नाटक, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से और भी मजबूत होगी।
💼 रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में हो रहा भारी निवेश
रेल मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में ₹1.01 लाख करोड़ की रेल परियोजनाएं तेज़ी से चल रही हैं। इनमें कई प्रोजेक्ट्स 2025 तक पूरे होने की उम्मीद है।
उदाहरण:
रतलाम-नागदा तीसरी और चौथी लाइन – यह प्रोजेक्ट सामान्यतः 4 साल में पूरा होता है, लेकिन इसे समय से पहले पूरा किया जा रहा है ताकि यात्रियों और माल ढुलाई को तेज़ गति मिल सके।
🏗 दो बड़े रेल प्रोजेक्ट्स को मिली मंज़ूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने दो महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी है:
- रतलाम-नागदा तीसरी और चौथी लाइन
- वर्धा-बल्लारशाह चौथी लाइन
🔍 इन परियोजनाओं की मुख्य बातें:
- कुल लागत: लगभग ₹3,399 करोड़
- लंबाई: 176 किलोमीटर
- राज्य: महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश
- गांवों को फायदा: 784 गांव
- प्रभावित आबादी: 19.74 लाख
- निर्माण अवधि: 2029-30 तक पूरा करने का लक्ष्य
📢 सरकार का लक्ष्य: बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ विकास
सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि रेल सेवाओं को तेज़, सुलभ और आधुनिक बनाया जाए। यह प्रोजेक्ट्स न केवल आवागमन को आसान बनाएंगे बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी प्रदान करेंगे।
🎯 किसे होगा सबसे ज़्यादा फायदा?
- छात्रों को जो बेंगलुरु पढ़ाई के लिए जाते हैं
- आईटी प्रोफेशनल्स जो काम के सिलसिले में दक्षिण भारत जाते हैं
- व्यापारियों को जो माल ढुलाई के लिए तेज़ रेल मार्ग चाहते हैं
- सामान्य यात्रियों को जो सीधी और सुविधाजनक ट्रेन सेवा की तलाश में हैं
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निष्कर्ष
ग्वालियर से बेंगलुरु के बीच सीधी ट्रेन सेवा की घोषणा भारत के रेलवे नेटवर्क को एक नया विस्तार देती है। इससे ना सिर्फ मध्य प्रदेश और कर्नाटक के बीच यात्रा करना आसान होगा, बल्कि यह कदम देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाएगा। आने वाले समय में यह ट्रेनें देश के बुनियादी ढांचे और लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाएंगी।