BY: MOHIT JAIN
दशहरा का पर्व इस बार ग्वालियर में बेहद खास होने वाला है। गुरुवार को शहर के तीन प्रमुख स्थानों पर रावण दहन होगा। सबसे बड़ा और ऐतिहासिक आयोजन फूलबाग मैदान में होगा, जहां 60 फीट ऊंचे रावण के साथ 55 फीट के मेघनाथ और 50 फीट के कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाएंगे।

फूलबाग का ऐतिहासिक आयोजन
फूलबाग दशहरे का केंद्र माना जाता है। यहां पिछले 79 साल से रावण दहन होता आ रहा है। पहले यह आयोजन छत्री मैदान में होता था, लेकिन अब फूलबाग इसका प्रमुख स्थल बन चुका है।
इस साल भी हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचेंगे। पुतलों को तैयार करने में 20 कारीगरों ने 15 दिन तक मेहनत की है।
- पुतलों की ऊंचाई: रावण 60 फीट, मेघनाथ 55 फीट, कुंभकर्ण 50 फीट
- सामग्री: 200 बांस, 50 किलो सूतली, 100 किलो मैदा, 200 किलो कागज
- आतिशबाजी: प्रत्येक पुतले में 30-30 हजार की आतिशबाजी
- कुल लागत: लगभग डेढ़ लाख रुपये
अन्य स्थानों पर रावण दहन
फूलबाग के अलावा दो और जगह रावण दहन होगा:
- थाटीपुर दशहरा मैदान
- डीडी नगर रामलीला मैदान (यहां 55 फीट ऊंचा रावण तैयार किया गया है)
भव्य शोभायात्रा
रावण दहन से पहले रामलीला के मंचन के साथ चल समारोह निकाला जाएगा, जो शहरभर से गुजरकर अंत में फूलबाग मैदान पहुंचेगा। यह शोभायात्रा आयोजन को और भी आकर्षक बना देती है।

पुलिस और यातायात व्यवस्था
हजारों की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट और पार्किंग की विशेष व्यवस्था की है।
- फूलबाग मैदान में आने वाले लोग लक्ष्मीबाई समाधि और लाल-बाल-पाल चिड़ियाघर के सामने बनी पार्किंग में वाहन खड़ा करेंगे।
- डीडी नगर दशहरा मैदान के पास अलग से पार्किंग की सुविधा रहेगी।
- थाटीपुर में आने वाले वाहनों को तय डायवर्ट रूट से भेजा जाएगा।
- शहर के कई मुख्य मार्गों पर नो-पार्किंग जोन लागू रहेगा।
सुरक्षा और भव्यता का संगम
रावण दहन सिर्फ एक परंपरा नहीं बल्कि ग्वालियर की सांस्कृतिक पहचान भी है। इस बार फूलबाग, थाटीपुर और डीडी नगर—तीनों स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी और लोग रोशनी, आतिशबाजी और भक्ति भाव से सराबोर माहौल का आनंद उठा सकेंगे।
ग्वालियर में दशहरा का पर्व सिर्फ पुतला दहन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव है जिसमें हर साल हजारों लोग शामिल होते हैं। इस बार भी फूलबाग का ऐतिहासिक आयोजन आकर्षण का केंद्र रहेगा, जबकि थाटीपुर और डीडी नगर में भी लोगों की भीड़ जुटेगी।