BY: MOHIT JAIN
ग्वालियर में मानसून जाते-जाते शहरवासियों को आखिरी तोहफ़े के रूप में जोरदार बारिश देकर गया। मंगलवार को दोपहर बाद मौसम अचानक बदला और शाम चार बजे से शुरू हुई बरसात शाम सात बजे तक रुक-रुक कर होती रही। इस दौरान शहर में 23.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार सिस्टम अभी सक्रिय है और अगले दो दिन और बारिश होने की संभावना है।
रिकॉर्डतोड़ मानसून

इस साल मानसून का सीजन 122 दिन लंबा चला, जिसमें ग्वालियर ने 61 दिन बारिश देखी। बीते साल 2024 में 58 दिन और 2023 में 54 दिन ही बरसात हुई थी। मौसम विभाग का कहना है कि पिछले सौ साल में इतनी बारिश पहली बार दर्ज की गई। अब तक कुल 1469.4 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य कोटे से 763 मिमी ज्यादा है।
तापमान में गिरावट, सर्दी का आगाज दिवाली तक
बरसात के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम 24.8 डिग्री तक गिर गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार ठंड दिवाली तक दस्तक दे देगी और मौसम का मिजाज जल्दी बदल जाएगा।
अगले दो दिन बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या सुरेंद्रन का कहना है कि कच्छ की खाड़ी और उससे लगे इलाकों में निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में भी नया सिस्टम बनने की संभावना है। इसी कारण अगले दो दिन और शहर में बरसात होगी।
बारिश ने बिगाड़ा शहर का हाल
तेज बरसात के चलते शहर की व्यवस्थाएं एक बार फिर अस्त-व्यस्त हो गईं। एलआईसी तिराहे पर सड़क धंस गई और वहां गहरा गड्ढा बन गया। ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत बैरिकेडिंग कर रास्ता खाली कराया। बहोड़ापुर, स्टेशन बजरिया, पड़ाव, सिटी सेंटर, झांसी रोड और हरीशंकरपुरम जैसे इलाकों में पानी भरने से जाम की स्थिति बनी रही।
सीवर लाइनें उफन गईं और वार्ड 5, 7, 8, 18, 19, 24 और 58 के कई इलाकों में जलभराव हुआ। नगर निगम को पचास से ज्यादा शिकायतें मिलीं।
बिजली सप्लाई पर भी असर

बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। पेड़ टूटकर लाइनों पर गिर गए, जिससे बड़े फॉल्ट हुए। शहर के 22 जोन में सप्लाई बाधित रही और 3544 शिकायतें दर्ज की गईं।
ग्वालियर में मानसून ने विदाई के साथ शहरवासियों को राहत और परेशानियों दोनों दी हैं। अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों की बारिश दिवाली के बाद ठंडक की दस्तक लेकर आएगी।