BY: Yoganand Shrivastva
धर्म डेस्क, वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों को समर्पित होता है, जिन्होंने हमें ज्ञान, संस्कार और जीवन की दिशा दिखाई है। इस पावन अवसर पर लोग अपने गुरुजनों का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने दिल की गहराइयों से उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। उन्होंने चारों वेदों का संकलन किया और ब्रह्मसूत्र तथा 18 पुराणों की रचना की। इसलिए इस दिन को “व्यास पूर्णिमा” के रूप में भी जाना जाता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन आप भी अपने शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु, माता-पिता या मार्गदर्शक को इन भावपूर्ण शुभकामनाओं और संदेशों के ज़रिए धन्यवाद और आभार व्यक्त कर सकते हैं:
गुरु पूर्णिमा की विशेष शुभकामनाएं
गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय।।
गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर मेरे गुरु को शत-शत नमन। 🙏
गुरु करते हैं अंधकार को दूर,
ज्ञान से भर देते हैं जीवन का हर कोना।
ऐसे गुरु को कोटि-कोटि प्रणाम,
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
शिल्पी छैनी से तराशे सपनों को,
माटी को आकार दे, बनाए जीवन सुंदर।
गुरु के चरणों में श्रद्धा सहित नमन।
गुरु पूर्णिमा की अनेक शुभकामनाएं।
गुरु वो दीपक हैं जो राह दिखाते हैं,
जीवन के हर मोड़ पर सहारा बन जाते हैं।
आप जैसे गुरु का साथ मिला,
इससे बड़ा सौभाग्य और क्या होगा।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!
गुरु ज्ञान का सागर हैं,
संस्कारों की गंगोत्री हैं।
हर कठिनाई में जिनकी कृपा बनी रहे,
ऐसे गुरु को सादर वंदन।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
माता-पिता ने जन्म दिया,
पर जीने की कला गुरु ने सिखाई।
उनके सान्निध्य में मिला मूल्यवान जीवन,
गुरु पूर्णिमा के दिन उन्हें प्रणाम।
जिसने जीवन को दिशा दी,
जिसके शब्दों में ब्रह्मज्ञान समाया।
उस गुरु को प्रणाम करते हुए
गुरु पूर्णिमा की अनंत शुभकामनाएं।
गुरु के आशीर्वाद से ही जीवन संवरता है,
धर्म और सत्य के मार्ग पर बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
गुरु पूर्णिमा 2025 आपके जीवन में
प्रकाश, शांति और सफलता लेकर आए।
गुरु के बिना अधूरा है जीवन
गुरु की छांव में ही आत्मा को शांति मिलती है।
उनके बिना ज्ञान अधूरा और जीवन दिशाहीन होता है।
इस पावन पर्व पर आइए अपने गुरुओं को श्रद्धा से नमन करें।