Isa Ahmad
REPORT- VAIBHAV SHARMA
गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके के मीरपुर हिंदू गांव में प्रशासन और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली दवाइयों की फैक्ट्री का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम भी शामिल रही। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली दवाइयां बरामद की गईं, जिन्हें कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
नकली दवाइयों का संगठित नेटवर्क आया सामने, कई राज्यों तक फैला था कारोबार
GHAZIABAD: जांच में सामने आया है कि इस फैक्ट्री से उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में नकली दवाइयों की सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें से एक दवा सप्लायर बताया जा रहा है। हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और पूरे नेटवर्क की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि यह फैक्ट्री सितंबर महीने से संचालित की जा रही थी। गोपनीय सूचना के आधार पर टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की, जिसमें नकली दवाइयां, कच्चा माल, पैकिंग मशीन, लेबल और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।
औषधि विभाग ने बरामद दवाइयों के नमूने प्रयोगशाला भेज दिए हैं, ताकि उनकी गुणवत्ता और रासायनिक संरचना की पुष्टि की जा सके। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले 3 नवंबर को गाजियाबाद पुलिस ने करीब 3 करोड़ रुपये का नकली कफ सिरप पकड़ा था, जिसके तार अलग-अलग राज्यों और बांग्लादेश से जुड़े पाए गए थे। मौजूदा कार्रवाई से स्पष्ट है कि नकली दवाइयों का यह नेटवर्क काफी बड़ा और संगठित है।
ALSO READ: UNNAO: आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा, बस चालक की मौत
फिलहाल पुलिस और औषधि विभाग की टीम संयुक्त रूप से जांच में जुटी है और यह पता लगाया जा रहा है कि इस रैकेट से और कौन-कौन लोग जुड़े हैं। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि सिर्फ अधिकृत मेडिकल स्टोर से ही दवाइयां खरीदें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।





