गाज़ा में इज़रायली सेना (IDF) ने एक बड़ा खुलासा करते हुए एक और गुप्त सुरंग का पता लगाया है। यह सुरंग खान यूनिस शहर के एक यूरोपीय अस्पताल के नीचे पाई गई, जहां से हमास आतंकी संगठन अपना कमांड और कंट्रोल रूम संचालित कर रहा था।
यह खुलासा न सिर्फ सुरक्षा के लिहाज से अहम है, बल्कि इसने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान हमास की रणनीतियों की ओर खींचा है, जिसमें नागरिक प्रतिष्ठानों को सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
सुरंग के अंदर क्या मिला?
IDF की साझा की गई जानकारी के अनुसार, सुरंग में निम्नलिखित चीजें बरामद हुईं:
- आधुनिक डिजिटल संचार प्रणाली से लैस कंट्रोल रूम
- भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद
- गुप्त दस्तावेज, नक्शे और योजनाएं
- CCTV कैमरे और निगरानी तंत्र, जो हमलों की योजना में मददगार थे
ये सभी चीजें सुरंग को एक सक्रिय और संगठित सैन्य अड्डे के रूप में स्थापित करती हैं।
अस्पताल की आड़ में आतंकवाद
इज़रायली सेना लंबे समय से यह दावा कर रही है कि हमास नागरिक प्रतिष्ठानों—विशेष रूप से अस्पतालों—का उपयोग आतंकी गतिविधियों के लिए कर रहा है। इस सुरंग की खोज ने इन दावों को और मज़बूती प्रदान की है।
IDF का बयान: “हमास जानबूझकर गाज़ा के नागरिकों को खतरे में डाल रहा है। अस्पतालों का उपयोग छिपे हुए आतंकी ठिकानों के रूप में किया जा रहा है।”
इससे यह स्पष्ट होता है कि कैसे मानवीय और सैन्य ढांचों के बीच की सीमाएं जानबूझकर मिटाई जा रही हैं।
सुरंग को किया गया ध्वस्त
IDF की इंजीनियरिंग यूनिट्स ने सुरंग को निष्क्रिय कर दिया है और क्षेत्र में सफाई व दस्तावेजीकरण का काम अभी भी जारी है। यह कदम सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे ठिकानों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उठाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय
हमास की इस रणनीति पर अब वैश्विक बहस तेज हो गई है। जहां हमास इसे आत्मरक्षा का कदम बता रहा है, वहीं इज़रायल और पश्चिमी देश इसे “मानव ढाल” रणनीति करार दे रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का उल्लंघन है।
आतंकवाद की बदलती रणनीति
इस सुरंग की खोज ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकी संगठन अब अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए और भी चतुर और खतरनाक तरीकों का सहारा ले रहे हैं। अस्पताल जैसे संस्थानों का दुरुपयोग न केवल सुरक्षा संकट है, बल्कि मानवता के खिलाफ अपराध भी है।