बेंगलुरु: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बेंगलुरु में कई कंपनियों पर छापेमारी की। ये कंपनियां कथित तौर पर जॉर्ज सोरोस की गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) से धन प्राप्त करने में शामिल थीं। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग से जुड़े नियमों के उल्लंघन की जांच के तहत की गई है।
ईडी के अधिकारियों ने शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित इन कंपनियों के कार्यालयों पर एक साथ छापे मारे। जांच एजेंसी को संदेह है कि इन कंपनियों ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के नियमों का उल्लंघन करते हुए धन का लेन-देन किया। जॉर्ज सोरोस, एक प्रसिद्ध अमेरिकी निवेशक और परोपकारी, के एनजीओ से जुड़े फंड्स पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अन्य सबूत जब्त किए गए हैं। इनकी जांच से यह पता लगाया जाएगा कि क्या वास्तव में कोई गैरकानूनी गतिविधि हुई है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की खबर नहीं है, लेकिन जांच जारी है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि ये कंपनियां तकनीकी और परामर्श सेवाओं से जुड़ी हैं। हालांकि, इनके कामकाज और फंडिंग के स्रोतों पर अब सवाल उठ रहे हैं। ईडी इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि विदेशी फंडिंग के इस्तेमाल और इसके पीछे के मकसद का खुलासा हो सके।
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब विदेशी संगठनों से धन लेने वाली संस्थाओं पर भारत सरकार की नजर पहले से ही सख्त है। जांच के नतीजे आने के बाद ही इस मामले की पूरी तस्वीर सामने आएगी
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