रिपोर्टर: विष्णु गौतम
दुर्ग जिले के सेक्टर-1 में 29 मई को हुए दर्दनाक सड़क हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस हादसे में भाई-बहन अंकुश और अंशिका को एक तेज़ रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान 2 जून को अंशिका ने दम तोड़ दिया।
मां सदमे में, इंसाफ की गुहार
अंशिका की मौत के बाद उसकी मां गहरे सदमे में है। बेटी की अंतिम विदाई के बाद अब परिवार न्याय की मांग कर रहा है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।
सीसीटीवी के बावजूद खाली हाथ पुलिस
परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि सेक्टर-1 जैसे हाई-सेक्योरिटी इलाके में हर चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, फिर भी पुलिस अब तक न तो कार की पहचान कर पाई है और न ही चालक को पकड़ सकी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अलग-अलग कारें दिखाकर उन्हें भ्रमित कर रही है और मानसिक दबाव बना रही है।
“अगर अमीर का बच्चा होता तो अब तक गिरफ्तारी हो जाती”
गुस्साए परिजनों का कहना है कि यदि यही हादसा किसी अमीर या रसूखदार व्यक्ति के बच्चों के साथ होता, तो आरोपी अब तक जेल में होता। लेकिन एक आम परिवार होने के कारण उन्हें न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है।
विधायक देवेंद्र यादव ने उठाई आवाज
इस मामले से आक्रोशित मोहल्लेवासियों और परिजनों ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के साथ मिलकर एसपी विजय अग्रवाल से मुलाकात की और त्वरित कार्रवाई की मांग की। विधायक ने चेतावनी दी कि यदि आरोपी जल्द नहीं पकड़ा गया, तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
एसपी ने दिया आश्वासन
एसपी विजय अग्रवाल ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि पुलिस सक्रियता से काम कर रही है और सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।