BY: Yoganand Shrivastva
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में मंगलवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां सदियों पुराना एक विशाल पेड़ अचानक गिर पड़ा। जानकारी के मुताबिक, लगातार बारिश और तेज हवाओं की वजह से यह पुराना पेड़ अपनी जड़ों से उखड़कर गिर गया।
गनीमत रही, सोमवार को नहीं गिरा पेड़
स्थानीय लोगों और मंदिर प्रबंधन के अनुसार, यदि यह पेड़ सोमवार को गिरता, जब मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। पेड़ गिरने की यह घटना मंगलवार को दोपहर के समय हुई, जब परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या कम थी।
दुकान और पुलिस चौकी को नुकसान, एक घायल
पेड़ का आकार इतना बड़ा था कि इसके गिरने से मंदिर परिसर के पास की एक दुकान और पुलिस चौकी को भी नुकसान पहुंचा। गिरते पेड़ की चपेट में आने से एक व्यक्ति के घायल होने की भी सूचना है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और पेड़ को हटाने का काम शुरू किया।
स्थानीय दुकानदारों ने बताई राहत की बात
मंदिर परिसर के आसपास के दुकानदारों ने बताया कि सोमवार को मंदिर में बहुत भीड़ रहती है, इसलिए यह राहत की बात है कि हादसा मंगलवार को हुआ, वरना कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
उत्तराखंड: भालू के हमले में पोस्टमास्टर की मौत
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से एक और दुखद घटना सामने आई है। कपकोट क्षेत्र में सामा-मुनस्यारी मार्ग पर एक भालू के हमले में पोस्टमास्टर की मौत हो गई।
साइकिल से जा रहे थे डाक लेकर
घटना मंगलवार सुबह की है, जब यश शर्मा (20) नाम के युवक डाक लेकर साइकिल से जा रहे थे। इसी दौरान एक जंगली भालू उनके पीछे पड़ गया। घबराहट में यश की साइकिल फिसल गई और वह खाई में जा गिरे।
खाई में गिरने के बाद भालू ने किया हमला
खाई में गिरते ही भालू ने यश पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने स्ट्रेचर की मदद से शव को खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचाया और जिला पुलिस के सुपुर्द किया। मृतक हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले थे और वर्तमान में बागेश्वर जिले में पोस्टमास्टर के पद पर कार्यरत थे।