BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार रात अचानक भोपाल के न्यू मार्केट क्षेत्र में आम लोगों के बीच नजर आए। बिना किसी पूर्व सूचना और भारी सुरक्षा व्यवस्था के वे बाजार पहुंचे और बेहद सामान्य अंदाज़ में ठेले से फल खरीदे। मुख्यमंत्री की यह सादगीभरी मौजूदगी स्थानीय लोगों के लिए चौंकाने वाली रही, लेकिन उनके व्यवहार ने लोगों का दिल जीत लिया।
आम लोगों से मिले, ठेले वालों से की बातचीत
सीएम यादव न्यू मार्केट में करीब 15 मिनट तक रुके। इस दौरान उन्होंने राह चलते लोगों से बातचीत की और ठेले पर फल बेच रहे दुकानदारों से उनके व्यापार की जानकारी ली। उन्होंने एक ठेले वाले से फल भी खरीदे और इसका भुगतान डिजिटल माध्यम से किया।
बिना काफिले के पहुंचे बाजार
जहां आमतौर पर मुख्यमंत्री के काफिले में दर्जनों गाड़ियाँ और सुरक्षाकर्मी होते हैं, वहीं इस बार वे सिर्फ दो वाहनों के साथ बाजार पहुंचे। न कोई पूर्व अलर्ट, न कोई रोड क्लियरेंस—सिर्फ सादगी और सहजता के साथ मुख्यमंत्री आम जनता के बीच पहुँचे और बिना भीड़भाड़ या सुरक्षा घेरा बनाए, सीधे लोगों से संवाद किया।
रेड लाइट पर रोकी गाड़ी, ट्रैफिक नियमों का किया पालन
फल खरीदने के बाद जब वे अपने सरकारी निवास लौटने लगे, तो रास्ते में ट्रैफिक सिग्नल पर रेड लाइट देखकर उन्होंने अपनी गाड़ी वहीं रोक दी। उनके स्टाफ या सुरक्षा कर्मियों ने ट्रैफिक को नहीं रोका, बल्कि मुख्यमंत्री ने स्वयं नियमों का पालन करते हुए हरी बत्ती का इंतज़ार किया। इस दौरान वहां मौजूद लोग उनके इस व्यवहार से बेहद प्रभावित हुए और कई ने इस दृश्य को कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर शेयर भी किया।
लोगों ने सराहा मुख्यमंत्री का अंदाज़
मुख्यमंत्री को अचानक अपने सामने देखकर लोगों में उत्साह था। किसी ने सेल्फी ली तो किसी ने वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया। सोशल मीडिया पर लोग सीएम के इस व्यवहार की तारीफ कर रहे हैं और उनकी सादगी को प्रशंसा मिल रही है।
डॉ. मोहन यादव का यह व्यवहार एक सकारात्मक संदेश देता है—नेतृत्व का मतलब केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि जनता के बीच जाकर उनके जीवन और अनुभवों को समझना भी है।