भोपाल से जयपुर, फिर एक अनजान युवक के साथ लापता हुआ मासूम। रक्षम के माता-पिता आज भी हर थाने, चौक और मंदिर के आगे अपने बच्चे की तलाश में हैं।
घटना का संक्षिप्त विवरण
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र से खाटू श्यामजी के दर्शन करने निकला एक परिवार अब अपने तीन साल के बेटे रक्षम की तलाश में दर-दर भटक रहा है।
दिनांक 6 जून 2025 को जयपुर रेलवे स्टेशन से शुरू हुई एक अनजान युवक की दोस्ती आज उनके जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी बन चुकी है।
परिवार की यात्रा कैसे बनी संकट का कारण?
- स्थान: ऐशबाग, भोपाल
- उद्देश्य: खाटू श्यामजी दर्शन
- साथ गए लोग: रक्षम (3 वर्ष), मां ललिता जाटव, दादी आशा जाटव
- घटना स्थल: जयपुर रेलवे स्टेशन और खाटू श्याम मंदिर
अपहरण की पूरी कहानी
जयपुर स्टेशन पर एक युवक मिला जिसने खुद को भी खाटू दर्शनार्थी बताया और परिवार में घुल-मिल गया।
जब मंदिर पहुँचे तो भीड़ का बहाना बनाकर युवक ने महिला और सास को दर्शन के लिए भेजा और कहा कि बच्चा वह संभाल लेगा।
जैसे ही दर्शन से वापस लौटे – बच्चा और युवक दोनों गायब थे।
परिवार ने तुरंत सीकर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
CCTV में कैद हुए किडनैपर के सुराग
जांच में पता चला:
- आरोपी रक्षम को पास की एक दुकान पर ले गया
- वहां उसे फ्रूटी पिलाई गई
- बाद में थाने के आस-पास भी घूमता नजर आया
- इसके बाद वह कई सीसीटीवी फुटेज में लापता हो गया
पुलिस टीमें जयपुर और सीकर में तलाश में जुटी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा।
मां ने दर्शन पर जाते समय रिकॉर्ड किया वीडियो
मां ललिता जाटव द्वारा खींचे गए एक वीडियो में रक्षम किडनैपर की गोद में अपनी मां और नानी को बाय-बाय करता नजर आता है।
अब वही वीडियो परिवार के लिए एकमात्र उम्मीद बन गया है।
मां-बाप की भावुक अपील
परिवार ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (मध्यप्रदेश) और राजस्थान सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
मां ललिता की अपील:
“छह दिन हो गए हैं, मेरा बच्चा नहीं मिला। न खाना खाया, न पानी पिया होगा, कुछ पता नहीं। जो कोई कहता है हम करते हैं। सरकार से हाथ जोड़कर विनती है—मुझे मेरा बच्चा लौटा दीजिए।”
पिता अजय जाटव की पीड़ा:
“तीन बेटियों के बाद रक्षम एकलौता बेटा था, बहुत मन्नतों से पाया था। अब वह खो गया है।”
क्या कहती है पुलिस?
- सीकर और जयपुर पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है
- कई टीमें तलाश में जुटी हैं
- अभी तक किडनैपर और बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला
एक परिवार की उम्मीदें और एक राज्य की जिम्मेदारी
रक्षम की तलाश सिर्फ उसके माता-पिता की नहीं, बल्कि पूरे समाज की चिंता का विषय हो चुकी है।
सरकार, पुलिस और नागरिकों से अपील है कि रक्षम को खोजने में मदद करें और इस 3 साल के मासूम को उसके घर लौटाएं।





