बाराबंकी में उत्तर प्रदेश का पहला सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट
उत्तर प्रदेश की ऊर्जा क्रांति में एक बड़ा कदम उठाते हुए बाराबंकी जिले में राज्य का पहला सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की जा रही है। यह प्लांट न केवल राज्य को हरित ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के नए रास्ते भी खोलेगा।
🌞 100 करोड़ का निवेश, 1 गीगावॉट उत्पादन क्षमता
ट्रू पॉवर लिमिटेड (True Power Limited) ने बाराबंकी के बहरौली गांव (कुर्सी थाना क्षेत्र) में इस सौर ऊर्जा संयंत्र की नींव रखी है।
प्रमुख विशेषताएं:
- निवेश राशि: ₹100 करोड़
- सालाना उत्पादन क्षमता: 1 गीगावॉट सोलर पैनल
- रोज़गार: 250 से 300 स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
- कंपनी का नेटवर्क: देशभर में 28 ब्रांच और 4 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पहले से संचालित
🏗️ भूमि पूजन के साथ निर्माण कार्य शुरू
हाल ही में प्लांट की स्थापना से पहले पारंपरिक भूमि पूजन किया गया, जिसमें देव पूजन के साथ-साथ श्रमिकों का सम्मान भी हुआ। कंपनी के सीएमडी कैप्टन राजेश कुमार तिवारी, एमडी हरिओम तिवारी और डायरेक्टर शिव ओम तिवारी समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
इससे पहले कंपनी ने बाराबंकी में ही ₹40 करोड़ का निवेश कर चुके हैं, जो इस जिले के औद्योगिक विकास की दिशा में एक संकेत है।
🔌 सरकार से अपेक्षित सहयोग
कंपनी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि प्लांट के संचालन हेतु कुछ मूलभूत सुविधाएं जैसे:
- बिजली कनेक्शन
- 900 मीटर सड़क निर्माण
…जैसी आवश्यकताओं को उत्तर प्रदेश सरकार जल्द पूरा करेगी।
⚡ मोदी-योगी सरकार की सौर ऊर्जा नीति को मिलेगा बल
ट्रू पॉवर लिमिटेड ने बताया कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
राज्य सरकार के सोलर एनर्जी डिपार्टमेंट और इन्वेस्ट यूपी के सहयोग से यह परियोजना साकार हो रही है।
🔍 सोलर एनर्जी से जुड़ी कुछ और अहम खबरें
- सूरत में बना भारत का पहला सोलर-पावर्ड स्मार्ट बस स्टेशन, सालाना 1 लाख यूनिट बिजली उत्पादन
- PM सूर्य घर योजना के तहत दिल्ली में 10 लाख घरों में सोलर पैनल लगे, 300 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ
- योजना के तहत ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल रही है
✅ निष्कर्ष: सौर ऊर्जा की दिशा में यूपी की बड़ी छलांग
बाराबंकी में सोलर पैनल निर्माण यूनिट की स्थापना न केवल हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार, और जिले के लिए नई पहचान भी लेकर आएगी। यदि यह प्लांट सुचारु रूप से स्थापित होता है, तो बाराबंकी उत्तर भारत के ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर सकता है।