भोपाल, 20 मार्च 2025 – देशभर के बैंक कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 24 और 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले नौ बैंक कर्मी संगठनों ने यह हड़ताल बुलाई है। इस हड़ताल के चलते सार्वजनिक, निजी, विदेशी, क्षेत्रीय ग्रामीण और सहकारी बैंकों की सेवाएं पूरी तरह ठप्प हो जाएंगी।
हड़ताल का असर
इस हड़ताल में 8 लाख से अधिक बैंक कर्मचारी शामिल होंगे। इसका सीधा असर मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में दिखेगा। 24 और 25 मार्च को बैंकों में कोई भी लेन-देन या अन्य सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी।
क्यों हो रही है हड़ताल?
बैंक कर्मचारी संगठनों ने कई मांगों को लेकर यह हड़ताल बुलाई है। इन मांगों में शामिल हैं:
- सभी रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती
- अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करना
- बैंकिंग क्षेत्र में सप्ताह में 5 दिन काम का नियम लागू करना
- परफॉर्मेंस रिव्यू और पीएलआई से जुड़े सरकारी निर्देश वापस लेना
- कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था करना
मैनपावर की कमी से प्रभावित हो रही हैं सेवाएं
बैंक कर्मचारी संगठनों का कहना है कि पिछले 11 सालों में सार्वजनिक बैंकों में 1 लाख 39 हजार 811 कर्मचारियों की कमी हो गई है। इस वजह से ग्राहकों को संतोषजनक सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ने से उनकी सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है।
यूनियन नेता ने क्या कहा?
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के मध्य प्रदेश संयोजक वीके शर्मा ने बताया कि सरकार के हालिया निर्देशों से बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। उन्होंने कहा कि “परफॉर्मेंस रिव्यू और पीएलआई के नियमों से कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच भेदभाव बढ़ रहा है।”
क्या हैं अन्य मांगें?
- ग्रेच्युटी अधिनियम में संशोधन कर 25 लाख रुपए की सीमा बढ़ाना
- बैंकों में कामगार, अधिकारी और निदेशकों के रिक्त पदों को भरना
- कर्मचारियों पर अनावश्यक कार्यभार कम करना
हड़ताल का असर कहां-कहां दिखेगा?
इस हड़ताल का असर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित देश के अन्य राज्यों में दिखेगा। बैंकों की सभी शाखाएं बंद रहेंगी और एटीएम सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।
नोट: यदि आपको बैंकिंग सेवाओं की आवश्यकता है, तो 24 और 25 मार्च को बैंक जाने से पहले जानकारी जरूर ले लें।





