रिपोर्ट: सुनील कुमार ठाकुर, एडिट- विजय नंदन
बलरामपुर: जिले के रामानुजगंज नगर पालिका क्षेत्र में 6.60 किलोमीटर लंबी रिंग रोड कुछ ही समय में जर्जर हो गई। सड़क के कई हिस्से धंस चुके हैं और पुलियों में दरारें नजर आ रही हैं। ये हालात तब हैं जब रिंग रोड का टेंडर पुन: 2023-24 में लगभग 10 करोड़ रुपए में हुआ था। निर्माण कार्य नवंबर 2024 में शुरू हुआ और लगभग 12-15 महीने में इसे पूरा किया गया। लेकिन निर्माण पूरा होने के केवल 6 महीने बाद ही रिंग रोड कई जगहों पर टूटने लगी है। ठेकेदार ने कुछ हिस्सों की पैच रिपेयरिंग कर दी है, लेकिन कई स्थानों से पिच के साथ गिट्टी भी निकल रही है। प्रभारी कार्यपालन अभियंता विजय भारती ने बताया कि ठेकेदार को सड़क का मेंटेनेंस 5 वर्षों के लिए करना है हालांकि 10 करोड़ रुपए की लागत से बनी यह रिंग रोड मात्र 6 महीने में ही खराब हो गई। सड़क की यह स्थिति न केवल ऊबड़-खाबड़ हो गई है, बल्कि भारी और छोटे वाहनों के आवागमन में दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ गई है। सड़क के किनारे कमजोर होने के कारण भविष्य में हादसों का खतरा और बढ़ सकता है।

स्थानीय लोग और यात्री भी सड़क की जर्जर हालत से परेशान हैं और सुधार की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने सड़क की स्थिति का निरीक्षण किया है, लेकिन अभी तक स्थायी समाधान नहीं निकला है। रामानुजगंज की यह रिंग रोड न केवल आम जनता के लिए खतरा बनी हुई है, बल्कि यह सार्वजनिक धन के सही उपयोग पर सवाल भी खड़ा करती है। जल्द ही ठेकेदार और संबंधित विभाग से स्थायी मरम्मत की अपेक्षा की जा रही है।

बता दें कि लोक निर्माण विभाग ने 2011 में रिंग रोड निर्माण के आदेश दिए थे। सड़क का लोकार्पण 16 दिसंबर 2013 को तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विकास यात्रा के दौरान होना था, लेकिन सड़क और पुलियों की जर्जर स्थिति के कारण कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था।