अंबिकापुर (छत्तीसगढ़):
सावन के पवित्र दूसरे सोमवार के अवसर पर अंबिकापुर से कांवरियों का विशाल जत्था कैलाश गुफा की ओर रवाना हुआ। शंकर घाट से सुबह 3:00 बजे से कांवरिया जल लेकर जशपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध कैलाश गुफा शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए निकले। इस धार्मिक अवसर पर पूरे शहर में भक्तिमय माहौल रहा।
50 हजार से ज्यादा कांवरिए हुए शामिल
इस वर्ष कांवर यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। अनुमान के अनुसार 50,000 से अधिक कांवरिए शंकर घाट से जल भरकर कैलाश गुफा की ओर रवाना हुए। भक्तों में शिवभक्ति को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला। पूरे रास्ते “बोल बम” के जयघोष गूंजते रहे।
नगर पालिका स्कूल में भंडारे का आयोजन
कांवरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। नगर पालिका स्कूल परिसर में श्रद्धालुओं के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था की गई। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी जगह-जगह फल, जलपान और मेडिकल सहायता के स्टॉल लगाए।
मान्यता: पूरी होती हैं मनोकामनाएं
स्थानीय मान्यता है कि अंबिकापुर के पवित्र शंकर घाट से जल लेकर जशपुर जिले की कैलाश गुफा स्थित शिवलिंग पर जल अर्पित करने से श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण होती है। इसी आस्था के चलते हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस कांवर यात्रा में शामिल होते हैं।
चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
कांवर यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती, मेडिकल टीम और वालंटियर्स की मदद से यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाया गया है। ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है।
श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ निकली यह कांवर यात्रा सावन माह की भक्ति भावना को और गहराती है। भक्तों की आस्था और प्रशासन की व्यवस्थाओं ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।