BY: MOHIT JAIN
महिलाओं के खातों में पहुँचा 2500 करोड़ का नया ट्रांजैक्शन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की दूसरी किश्त के तहत राज्य की 25 लाख महिलाओं को ₹10,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की। इस बार डीबीटी के माध्यम से 2500 करोड़ रुपये का सीधा अंतरण किया गया। कार्यक्रम में सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का मुख्य फोकस राज्य के समग्र विकास के साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
अब तक 1 करोड़ महिलाओं तक पहुँची योजना

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 सितंबर को की थी, जिसके पहले चरण में 75 लाख महिलाओं के खातों में ₹10,000 की राशि डाली गई थी। आज के वितरण के बाद अब तक कुल 1 करोड़ लाभुक महिलाओं को ₹10,000 करोड़ की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। तीसरे चरण का वितरण 6 अक्टूबर से शुरू होगा और उसके बाद हर सप्ताह नई लाभार्थियों तक यह योजना पहुँचेगी।
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता बिहार
नीतीश कुमार ने कहा, “2005 के बाद से हमारी सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है। पहले महिलाओं की चिंता किसी ने नहीं की। अब जीवीका से जुड़ी 11 लाख स्वयं सहायता समूह और 1.40 करोड़ महिलाएं इस योजना का लाभ पाएंगी।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी नौकरी करने वाली या आयकरदाता महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगी।
आज 1, अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की 25 लाख लाभुक महिलाओं को 10 हजार रुपये प्रति लाभुक की दर से 2500 करोड़ रुपये की राशि का अंतरण किया।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 3, 2025
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' का शुभारंभ 26… pic.twitter.com/XWa5EnZ9WC
लाभुक महिलाओं की खुशी

समस्तीपुर की एक लाभार्थी अंजु देवी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवीका कार्यक्रम ने उनके जीवन को नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री ने भी बताया कि आगे जाकर महिलाओं को व्यवसायिक मूल्यांकन के आधार पर अधिकतम ₹2 लाख तक की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
इस योजना के लिए कुल बजट फिलहाल ₹10,000 करोड़ तय किया गया है, लेकिन आने वाले समय में इसे और बढ़ाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके।