हाथरस भगदड़ के 3 महीने बाद भोले बाबा उर्फ सूरजपाल लखनऊ न्यायिक आयोग के सामने पेश हुआ। जहां उससे बंद कमरे में 2.15 घंटे पूछताछ हुई, जिसमें भगदड़ पर सवाल पूछे गए। इस दौरान हाथरस में 121 लोगों की मौत के जिम्मेदार बाबा के ठाठ भी देखने को मिले। वीवीआईपी दर्जा और BJP का झंडा लगी गाड़ी में बैठकर भोले बाबा न्यायिक आयोग पहुंचा।
बीजेपी विधायक के साथ पहुंचा बाबा
इस दौरान बाबा ने सत्संग में शामिल 1100 लोगों का एफिडेविट आयोग को सौंपा। बाबा पेशी पर पीलीभीत से भाजपा विधायक बाबूराम पासवान के साथ आया था। बाबा की पेशी को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। पुलिस ने 1 किमी. का इलाका सील कर दिया था। जनपथ मार्केट की सभी दुकानें बंद कराई दी। जगह-जगह पुलिस और RAF के जवान तैनात रहे। बाबा के लखनऊ आने की सूचना पर उसके अनुयायी बड़ी संख्या में पहुंच गए। पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग करके उनको रोक दिया।
ये था पूरा मामला
जुलाई महीने में हाथरस के सिकंदराराऊ के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में नारायण साकार हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल के सत्संग हुआ था। जिसमें मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उनका काफिला निकालने के लिए सेवादरों ने भीड़ को रोक दिया था, इस दौरान उनकी चरण रज लेने की होड़ में लोग गिरते गए। इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।