BY: MOHIT JAIN
22 सितंबर को सोना-चांदी की कीमतों ने एक बार फिर निवेशकों को चौंका दिया। 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹1,392 बढ़कर ₹1,11,167 पर पहुंच गया। इससे पहले यह ₹1,09,775 था।
इसी तरह, चांदी भी ₹4,170 की छलांग के साथ ₹1,32,170 प्रति किलो पर पहुंच गई, जबकि कल तक यह ₹1,28,000 थी।
इस साल अब तक कितना महंगा हुआ सोना-चांदी?

- सोना: 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹76,162 था। अब यह ₹1,11,167 हो चुका है। यानी इस साल सोना ₹35,005 महंगा हो गया।
- चांदी: 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी ₹86,017 की थी, जो अब ₹1,32,170 पर पहुंच गई है। यानी चांदी ₹46,153 बढ़ी है।
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल सोने की कीमतों में लगातार तेजी के पीछे कई वैश्विक और आर्थिक कारण हैं:
- वैश्विक अनिश्चितता: अमेरिका के नए टैरिफ प्लान और व्यापार युद्ध के डर से निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं।
- केंद्रीय बैंकों की खरीद: चीन और रूस जैसे देश बड़े पैमाने पर सोना खरीद रहे हैं, जिससे मांग में उछाल आया है।
- भू-राजनीतिक तनाव: रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म न होने और मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ने से सोने की मांग बढ़ रही है।
- महंगाई और ब्याज दरें: फेडरल रिजर्व की नीतियां और महंगाई का डर सोने को निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहे हैं।
- रुपए में कमजोरी: डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट ने भी सोना महंगा कर दिया है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान: कहां तक जा सकता है सोना और चांदी?
मार्केट जानकारों का मानना है कि इस साल सोना ₹1,15,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं, चांदी भी ₹1,40,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है।
सोना खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान?
1. केवल सर्टिफाइड गोल्ड खरीदें
हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें। अब हर सोने पर 6 डिजिट का HUID कोड होना जरूरी है, जैसे- AZ4524। इससे आप असली कैरेट की पुष्टि कर सकते हैं।
2. कीमत और वजन क्रॉस-चेक करें
खरीदारी से पहले सोने की कीमत IBJA वेबसाइट जैसे भरोसेमंद सोर्स पर जरूर जांचें। साथ ही यह ध्यान रखें कि:
- 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, लेकिन ज्वेलरी बनाने के लिए उपयुक्त नहीं।
- 22 कैरेट सोना ज्वेलरी के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
इस तरह, सोना-चांदी की तेजी सिर्फ निवेशकों ही नहीं, आम ग्राहकों के लिए भी बड़ी खबर है। अगर आप निवेश या ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे हैं, तो बाजार की स्थिति और प्रमाणिकता को ध्यान में रखकर ही फैसला लें।