BY: Yoganand Shrivastva
महाराष्ट्र: लातूर ज़िले के चाकुर तालुका के हिंपळनेर गांव में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। आर्थिक तंगी और घरेलू हालात ने पिता-पुत्र के रिश्ते को इस कदर बिगाड़ दिया कि बेटे ने अपने ही पिता की जान ले ली।
फीस के पैसों को लेकर झगड़ा
ग्रामीण इलाके में रहने वाले देविदास पांचाळ अपने परिवार के साथ गुजारा कर रहे थे। उनका बेटा चाकुर के एक कॉलेज में पढ़ाई करता था। कुछ दिन पहले बेटे ने पिता से कॉलेज की फीस भरने के लिए पैसे मांगे। लेकिन लगातार बारिश और खराब आर्थिक स्थिति के कारण घर का खर्च ही पूरा नहीं हो पा रहा था। गैस सिलेंडर भी खाली था और घर में रखे पैसे उसी पर खर्च हो गए थे। जब देविदास ने बेटे को यह बताया कि फीस के लिए पैसे नहीं हैं, तो बात बढ़कर झगड़े में बदल गई।
बेटे ने गुस्से में कर दिया हमला
गुस्से से बेकाबू बेटे ने पास पड़ी लकड़ी उठाई और पिता के सिर पर जोरदार वार कर दिया। चोट इतनी गंभीर थी कि देविदास मौके पर ही लहूलुहान हो गए। घटना के बाद मां ने डर के मारे पिता को कमरे में बंद कर दिया ताकि बेटा और हमला न कर सके।
इलाज के दौरान मौत
घायल अवस्था में देविदास को ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन सिर की गंभीर चोटों के कारण उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। परिवार और गांव में इस घटना से सदमे का माहौल है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की खबर मिलते ही चाकुर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी बेटे को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि आर्थिक तंगी और परिवार में तनाव ने इस वारदात को जन्म दिया। अब एक ओर जहां पिता की जान चली गई, वहीं बेटा जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया।
नागपुर में हत्या का दूसरा मामला
इसी बीच नागपुर से भी हत्या की एक घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति और उसकी पत्नी को पुलिस ने अपने ही भाई की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
दो सितंबर को शिव नगर स्थित ईरोस सोसाइटी में 40 वर्षीय एक व्यक्ति बाथरूम में मृत पाया गया था। शुरुआत में परिवार ने इसे हादसा बताया और कहा कि वह फिसलकर गिर गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि उसकी मौत सिर पर चोट लगने से हुई है।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक को शराब की लत थी और इसी वजह से घर में आए दिन विवाद होता था। शक गहराने पर जब पुलिस ने गहराई से जांच की तो सामने आया कि मृतक के बड़े भाई और भाभी ने मिलकर उसकी हत्या की थी। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
समाज के लिए चेतावनी
लातूर और नागपुर की ये घटनाएं दिखाती हैं कि किस तरह घरेलू तनाव और आर्थिक तंगी हिंसा का रूप ले लेते हैं। एक ओर बेटे ने गुस्से में आकर पिता की जान ले ली, तो दूसरी ओर भाई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपने ही भाई को मौत के घाट उतार दिया। ये घटनाएं परिवार और समाज दोनों के लिए एक बड़ी चेतावनी हैं।





