BY: Yoganand Shrivastava
जैकी श्रॉफ, जो आज बॉलीवुड के बड़े सितारों में शुमार हैं, उनका सफर बेहद संघर्षपूर्ण रहा है। कभी मुंबई की तंग गलियों में एक चॉल में जिंदगी बिताने वाले जैकी ने आज करोड़ों की संपत्ति बना ली है। लेकिन इस कामयाबी के पीछे की कहानी दर्द, मेहनत और आत्मविश्वास से भरी है।
चॉल में बीते शुरुआती 33 साल
जैकी श्रॉफ ने अपना बचपन और युवावस्था मुंबई के तीन बत्ती इलाके की एक चॉल में गुजारी। हाल ही में एक पॉडकास्ट में उन्होंने खुलकर बताया कि जमीन पर सोना, सांपों और चूहों का सामना करना, और मां के हाथों बने खाने को फर्श पर बैठकर खाना, उनके जीवन का हिस्सा रहा है। उन्होंने कहा, “एक बार चूहे ने मुझे और मेरी मां को काट लिया था। एक बार कमरे में सांप घुस आया था।”
गरीबी से लेकर स्टारडम तक का सफर
उनकी पहली बड़ी पहचान 1983 में सुभाष घई की फिल्म ‘हीरो’ से मिली, जिसने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने ‘परिंदा’, ‘राम लखन’, ‘रंगीला’ और ‘तेरे मेहरबानियां’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में अभिनय कर दर्शकों का दिल जीता।
आज भी पुराने घर से जुड़ाव
जैकी ने खुलासा किया कि उन्होंने चॉल में अपना पुराना कमरा वापस खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन वर्तमान मालिक ने मना कर दिया। उन्होंने कहा, “मैंने उसे उतनी ही रकम देने की पेशकश की जितनी चार किरायेदार दे रहे हैं, लेकिन वह देने को तैयार नहीं।”
अब समुद्र किनारे आलीशान घर में रहते हैं
अब जैकी श्रॉफ एक शानदार अपार्टमेंट में रहते हैं जो मुंबई के पॉश इलाकों में समुद्र के किनारे स्थित है। इस घर को जॉन अब्राहम की आर्किटेक्चरल फर्म ने डिजाइन किया है और इसकी कीमत कई करोड़ रुपये है।
आज भी फिल्मों में सक्रिय
जैकी श्रॉफ की आखिरी रिलीज ‘तन्वी द ग्रेट’ थी। अब वे जल्द ही अक्षय कुमार के साथ ‘वेलकम टू द जंगल’ और एक अन्य फिल्म ‘तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी’ में नजर आएंगे।