रिपोर्टर: सुनील कुमार ठाकुर
पति और ससुराल पक्ष की हैवानियत, महिला ने थाने पहुंचकर बचाई जान
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। त्रिकुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक महिला को उसके पति, सास और ससुर ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए सप्ताहभर तक घर में बंधक बनाकर अमानवीय अत्याचार किए।
बंधक बनाकर किया गया शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे 3 जुलाई से 12 जुलाई 2025 तक घर में बंद कर दिया गया था। इस दौरान लोहे के गर्म चिमटे से जलाया गया और मुंह में कपड़ा ठूंसकर गरम पानी में चेहरा डुबाकर मारने की कोशिश की गई।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
पीड़िता किसी तरह वहां से जान बचाकर त्रिकुंडा थाने पहुंची और अपनी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए पति आकाश तिवारी, सास और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों के खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
पहले भी हो चुकी थी शिकायत, मगर सुलह के बाद साथ रहने लगे थे
जानकारी के अनुसार, पीड़िता की शादी 2016 में शारदापुर निवासी आकाश तिवारी से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज प्रताड़ना की घटनाएं सामने आती रहीं। वर्ष 2024 में पीड़िता ने रघुनाथ नगर थाने में मामला भी दर्ज कराया था। हालांकि बाद में पारिवारिक सुलह के तहत दोनों साथ रहने लगे, लेकिन यातनाएं बंद नहीं हुईं।
महिला के शरीर पर मौजूद हैं हैवानियत के सबूत
पुलिस द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, महिला के शरीर पर गंभीर जलने के निशान हैं जो उसके साथ हुई क्रूरता की गवाही देते हैं। फिलहाल महिला का इलाज कराया जा रहा है और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।