तीसरी बार निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल के टूटने पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी और प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है और कहा है कि हर बार बिहार में पुल कैसे गिर जा रहे हैं ये सरकार की फेलियर है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावा केंद्रीय मंत्री और HUM सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भी भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल गंगा नदी में गिरने पर सवाल खड़े किए हैं।
बता दें कि सुल्तानगंज से अगुवानी घाट की तरफ से पिलर नंबर 9 और 10 के बीच का हिस्सा आज (17 अगस्त) गंगा नदी में गिर गया। इस महासेतु का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी करा रही है। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिला को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बोला हमला
मीडिया से बातचीत में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “पहली बार जब पुल गिरा था तो यह निर्णय हुआ था कि इसको तोड़कर बनाया जाएगा…यह मामला कोर्ट में जाने के बाद तय हुआ कि कंपनी अपने खर्च पर इसे दोबारा बनाएगी…चाहे पुल हो, पुलिया हो या मेगापुल हो, नीतीश कुमार के राज में लगातार यह गिरते रहे हैं…लगातार ऐसे मामले आ रहे हैं। जो भी दोषी है, उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए…”
#WATCH पटना, बिहार: तीसरी बार निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल के टूटने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "पहली बार जब पुल गिरा था तो यह निर्णय हुआ था कि इसको तोड़कर बनाया जाएगा…यह मामला कोर्ट में जाने के बाद तय हुआ कि कंपनी अपने खर्च पर इसे दोबारा बनाएगी…चाहे पुल… pic.twitter.com/EwMTbQzRa3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2024
‘राजनीतिक षडयंत्र तो नहीं…’
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HUM) के मुखिया और केंद्र की मोदी सरकार में शामिल जीतन राम मांझी ने कहा, “क्या कमी है जिस कारण से लगातार ब्रिज टूट रहे हैं, जरूर कहीं न कहीं इसकी संरचना में कमजोरी होगी, इसकी जांच होनी चाहिए और जो इसके लिए जवाबदेह हैं उन्हें दंडित करना चाहिए। एक और बात जो मैंने पहले भी कही थी आखिर इस साल ही सभी पुल क्यों टूट रहे हैं, क्या यह कोई राजनीतिक षडयंत्र तो नहीं, इसकी भी जांच होनी चाहिए।”
#WATCH पटना, बिहार: तीसरी बार निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल के टूटने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "पहली बार जब पुल गिरा था तो यह निर्णय हुआ था कि इसको तोड़कर बनाया जाएगा…यह मामला कोर्ट में जाने के बाद तय हुआ कि कंपनी अपने खर्च पर इसे दोबारा बनाएगी…चाहे पुल… pic.twitter.com/EwMTbQzRa3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2024
पहले भी दो बार गिर चुका है पुल
गौरतलब है कि भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल पहली बार नहीं टूटा है। इससे पहले महासेतु दो बार गंगा नदी में गिर चुका है। सबसे पहले 27 अप्रैल 2022 को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। उस वक्त तेज आंधी बारिश की वजह से 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर नदी में गिरा था। गनीमत रही थी कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई थी।
दूसरी बार 4 जून 2023 को सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर निर्माणाधीन फोर लेन पुल जमींदोज हो गया था। निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिरने की वजह से ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी इस हादसे में लापता हो गए थे। दूसरी बार पुल के पाया नंबर 10, 11, 12 के ऊपर का पूरा सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था जो पुल का लगभग 200 मीटर हिस्सा आंका गया था। हालांकि, इस बार करीब 80 प्रतिशत काम सुपर स्ट्रक्चर का पूरा हो गया था। साथ ही अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसद पूरा कर लिया गया है। इन सबके बीच तीसरी बार महासेतु ध्वस्त हुआ है।
बिहार सरकार की है महत्वाकांक्षी परियोजना
बता दें कि भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इस परियोजना को पूरा करने में 1710.77 करोड़ की लागत आने वाली है। सीएम नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास किया था। इस पुल और सड़क निर्माण से एनएच 31 और एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे। इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर जबकि एप्रोच पथ की कुल लंबाई करीब 25 किलोमीटर है।