रिपोर्टर: सुनील कुमार ठाकुर
न्याय प्रक्रिया होगी और अधिक सुगम
रामानुजगंज, बलरामपुर:
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया। यहां वर्चुअल माध्यम से डिजिटाइजेशन सेंटर का शुभारंभ किया गया, जिसका उद्घाटन छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किया गया।
वर्चुअल कार्यक्रम में न्यायिक समुदाय की भागीदारी
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री हेमंत सराफ, अन्य न्यायाधीशगण और अधिवक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सभी ने डिजिटाइजेशन सेंटर के शुभारंभ को न्यायिक प्रक्रिया में एक क्रांतिकारी पहल बताया।
लाभार्थियों को मिलेगी समस्त जानकारी ऑनलाइन
मीडिया से चर्चा करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री हेमंत सराफ ने बताया कि वर्तमान में जो भी प्रकरण लंबित हैं, उन्हें जल्द से जल्द ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न सिर्फ पक्षकारों को अपने केस की जानकारी आसानी से मिल सकेगी, बल्कि अधिवक्ताओं के लिए भी कार्यप्रणाली अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक हो जाएगी।
“डिजिटाइजेशन से न्यायालय आने वाले हर व्यक्ति को लाभ मिलेगा। इससे न्याय प्रक्रिया तेज होगी और पारदर्शिता भी बढ़ेगी,” – हेमंत सराफ, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश
राज्य में बढ़ रही डिजिटल पहुंच
इससे पहले छत्तीसगढ़ में 10 डिजिटाइजेशन सेंटर की स्थापना की जा चुकी है। आज के आयोजन के माध्यम से बलरामपुर सहित कुल पांच और जिलों में यह सुविधा शुरू की गई है। यह कदम छत्तीसगढ़ की न्याय व्यवस्था को डिजिटल युग में और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।





