दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) से यात्रा करने वाले यात्रियों को अगले तीन महीनों तक सावधान रहने की जरूरत है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने घोषणा की है कि 15 जून से 15 सितंबर तक 114 उड़ानें रद्द की जाएंगी। इस निर्णय का असर प्रतिदिन चलने वाली कुल उड़ानों का लगभग 7.5 प्रतिशत है।
क्यों रद्द हो रही हैं उड़ानें?
रनवे 10/28 पर होंगे मरम्मत और तकनीकी सुधार
- रनवे RWY 10/28 पर 15 जून से मरम्मत और तकनीकी उन्नयन का कार्य शुरू किया जाएगा।
- इस रनवे को CAT-III स्टैंडर्ड पर अपग्रेड किया जाएगा, जिससे कम दृश्यता (कोहरा आदि) की स्थिति में भी उड़ान संचालन बेहतर और सुरक्षित हो सकेगा।
- मई में यह कार्य अधिक ट्रैफिक की वजह से स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब इसे पूरा करने की योजना है।
रखरखाव के चलते टर्मिनल T2 भी अस्थायी रूप से बंद
- IGIA में कुल चार रनवे और तीन टर्मिनल हैं — T1, T2, और T3।
- इस समय टर्मिनल T2 रखरखाव कार्य के लिए बंद है, जिससे यात्री सुविधाओं में अस्थायी बदलाव देखने को मिल सकता है।
प्रभावित उड़ानों और यात्रियों के लिए अलर्ट
- प्रभावित उड़ानें अगले तीन महीनों में अलग-अलग समय पर रद्द होंगी, जिनकी जानकारी संबंधित एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को दी जाएगी।
- DIAL यात्रियों को सलाह देता है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति की पुष्टि यात्रा से पहले करें।
- यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों या रद्दीकरण/पुनर्निर्धारण की सुविधा मिल सकती है।
क्या कहा एयरपोर्ट CEO ने?
DIAL के CEO विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया:“हम रनवे 10/28 को और बेहतर बनाना चाहते हैं ताकि कोहरे के मौसम में भी विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ बिना किसी रुकावट के संभव हो सके। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
महत्वपूर्ण बातें संक्षेप में
- रद्दीकरण की अवधि: 15 जून से 15 सितंबर 2025
- रद्द उड़ानों की संख्या: 114
- कुल उड़ानों पर प्रभाव: 7.5%
- कारण: रनवे 10/28 का उन्नयन और CAT-III सिस्टम अपग्रेड
- टर्मिनल T2: रखरखाव के चलते बंद
यात्रियों के लिए सुझाव
- यात्रा से पहले एयरलाइन से संपर्क करें या एयरपोर्ट की वेबसाइट पर उड़ान की स्थिति जांचें।
- समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचे और टर्मिनल की जानकारी पक्की करें।
- यदि उड़ान रद्द होती है, तो एयरलाइन से रिफंड या रीबुकिंग विकल्प जरूर लें।
दिल्ली एयरपोर्ट पर रनवे अपग्रेडेशन का यह कदम दीर्घकालिक सुरक्षा और सुविधा के लिए जरूरी है, हालांकि अल्पकाल में यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इसके पूरा होने के बाद, खासकर कोहरे जैसे हालात में उड़ानों की नियमितता और सुरक्षा में काफी सुधार आएगा।