लोकेशन: दुर्ग | रिपोर्टर: विष्णु गौतम
दुर्ग जिले में दर्ज हुए तीन तलाक के पहले प्रकरण में पुलिस ने अहम सफलता हासिल करते हुए आरोपी मोहम्मद रईस को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला मुस्लिम विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम की धारा 4 के तहत पंजीबद्ध किया गया था। आरोपी के फरार हो जाने के बाद पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी और मुखबिर की सूचना पर उसे भोपाल से पकड़ा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रेशमा फातिमा ने थाना पद्मनाभपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका विवाह 16 नवम्बर 2023 को कसारीडीह निवासी मोहम्मद रईस के साथ मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुआ था। शादी के दौरान प्रार्थिया की मां ने दूल्हे को 1,07,786 रुपये नकद सलामी के साथ सोने-चांदी के जेवरात एवं अन्य कीमती सामान भेंट किए थे।
निकाह के बाद रेशमा फातिमा नागपुर से कसारीडीह आकर अपने पति के साथ रहने लगी थी। कुछ ही दिनों में मोहम्मद रईस का व्यवहार बदलने लगा और रेशमा को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। स्थिति तब और बिगड़ गई जब 18 दिसम्बर 2024 को मोहम्मद रईस ने बिना किसी ठोस कारण के रेशमा को तीन तलाक दे दिया। इसके बाद उसने दूसरी लड़की से विवाह भी कर लिया।
तीन तलाक जैसी गंभीर घटना का सामना करने के बावजूद रेशमा फातिमा ने साहस दिखाते हुए थाना पद्मनाभपुर में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की तलाश शुरू की और अंततः उसे भोपाल से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। इस मामले ने जिले में तीन तलाक के खिलाफ जागरूकता और न्याय के लिए एक नई मिसाल पेश की है।