मानिकपुर/चित्रकूट: जिला मुख्यालय और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाली मानिकपुर की काली घाटी के खतरनाक मोड़ों को चौड़ा करने का काम शुरू हो गया है। इस परियोजना पर 60 लाख रुपये की लागत आएगी, जिसके बाद यह मोड़ 7 मीटर के बजाय 14 मीटर चौड़ा हो जाएगा। साथ ही, दो अन्य मोड़ों को भी डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़ा किया जाएगा।
यातायात के लिए महत्वपूर्ण मार्ग
मानिकपुर से जिला मुख्यालय के अलावा रीवा, सतना, प्रयागराज और फतेहपुर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। महाराष्ट्र, वाराणसी और हिमाचल प्रदेश से आने वाले भारी वाहन भी इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। प्रतिदिन लगभग सौ मालवाहक वाहनों का आवागमन होता है, लेकिन इस घाटी में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
पिछले दो साल में 11 हादसे
जनवरी 2023 से मार्च 2025 तक इस मार्ग पर 11 मालवाहक वाहन पलट चुके हैं। इसके बाद जिले के प्रभारी मंत्री, मंडलायुक्त, डीआईजी, डीएम और एसपी ने कई बार दौरा कर सड़क चौड़ीकरण के निर्देश दिए, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण काम शुरू नहीं हो पाया। तीन बार प्रस्ताव बना, लेकिन बजट की कमी या लापरवाही के चलते कार्य यथास्थिति में रहा।
अब शुरू हुआ चौड़ीकरण
अप्रैल माह में आखिरकार इस घाटी के सबसे खतरनाक मोड़ों को चौड़ा करने का काम शुरू हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने इसका ठेका मां वैष्णो कांस्ट्रक्शन को दिया है। 60 लाख रुपये से अधिक की लागत वाला यह कार्य छह महीने में पूरा होगा। इसके बाद सड़क सुरक्षित और यातायात सुगम हो जाएगा।





