रिपोर्ट-अमित यादव
कटनी के माधव नगर गेट पर गुरुवार को एक चलती कार में अचानक आग लग गई, जिससे सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, कार चालक समय रहते बाहर निकल आया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। हादसे के कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन गई, लेकिन पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता से स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ गई।
कैसे हुई घटना?
आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए माधव नगर गेट पर यातायात पुलिस और माधव नगर थाने की टीम वाहनों की सघन चेकिंग कर रही थी। इस दौरान हुंडई कार (क्रमांक MP18C7533) जैसे ही चेकिंग प्वाइंट पर पहुंची, चालक तुरंत कार से उतरकर पुलिस के पास आया और कहा, “हमें आपकी मदद की जरूरत है, गाड़ी से अचानक धुआं निकल रहा है।”
पुलिस स्टाफ जब कार के पास पहुंचा, तो अचानक उसमें आग लग गई। कुछ ही सेकंड में पूरी कार आग के गोले में तब्दील हो गई।

राहगीरों की भीड़ और जाम की स्थिति
कार में आग लगते ही राहगीरों और वाहन चालकों ने मोबाइल से वीडियो और फोटो लेना शुरू कर दिया, जिससे सड़क पर जाम लग गया। इस दौरान यातायात थाना प्रभारी राहुल पांडेय और माधव नगर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।
फायर ब्रिगेड ने बुझाई आग, सभी यात्री सुरक्षित
सूचना मिलते ही सूबेदार संजीव रावत ने वायरलेस सेट के जरिए कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया और पुलिस ने यातायात को सामान्य रूप से संचालित किया।
गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई, और कार में सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है कि कार में आग लगने का कारण क्या था।
कार में आग लगने के पीछे तकनीकी खराबी, लापरवाही और बाहरी कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। आमतौर पर इन हादसों के पीछे वाहन मालिक, मेंटेनेंस में लापरवाही, खराबी को नजरअंदाज करना या फिर निर्माता दोष हो सकता है।
कार में आग लगने के ये हैं प्रमुख कारण:
- इलेक्ट्रिकल फॉल्ट (वायरिंग में गड़बड़ी)
- कार की इलेक्ट्रिक वायरिंग में खराबी या शॉर्ट सर्किट आग का सबसे बड़ा कारण होता है।
- लो-क्वालिटी एक्सेसरीज़ या नॉन-स्टैंडर्ड वायरिंग भी शॉर्ट सर्किट को बढ़ावा देती है।
- ईंधन लीक (पेट्रोल/डीजल का रिसाव)
- यदि कार के फ्यूल पाइप में लीकेज हो और इंजन के पास कोई चिंगारी निकले, तो आग लग सकती है।
- पुराने या ठीक से न लगे हुए फ्यूल पाइप से पेट्रोल या डीजल टपकने पर यह हादसा हो सकता है।
- ओवरहीटिंग (अत्यधिक गर्म इंजन)
- कार का इंजन ज्यादा गर्म होने से तेल और अन्य द्रव पदार्थ प्रज्वलित हो सकते हैं।
- खराब कूलिंग सिस्टम या लो-क्वालिटी इंजन ऑयल का उपयोग करने से इंजन ओवरहीट होकर आग पकड़ सकता है।
- मोबाइल चार्जर, इनवर्टर या अन्य एक्सेसरीज़ से शॉर्ट सर्किट
- लोकल या घटिया क्वालिटी के मोबाइल चार्जर, इनवर्टर, स्पीकर आदि के कारण भी ओवरलोडिंग से वायरिंग जल सकती है।
- यदि फ्यूज सही से काम नहीं कर रहा हो तो यह आग में बदल सकता है।
- सर्विसिंग और मेंटेनेंस में लापरवाही
- अगर गाड़ी की नियमित सर्विसिंग नहीं होती या छोटी-मोटी खराबियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है, तो यह बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
- फ्यूल पाइप, बैटरी वायरिंग, इंजन ऑयल और कूलिंग सिस्टम की नियमित जांच न करना खतरनाक साबित हो सकता है।
- तेल का ओवरफ्लो या लीक होने पर धुआं निकलना
- अगर कार में इंजन ऑयल, ब्रेक ऑयल या पावर स्टीयरिंग ऑयल लीक होता है, तो उसकी गर्मी से धुआं निकल सकता है और आग भी लग सकती है।
- टायर ओवरहीटिंग से आग लगना
- ज्यादा स्पीड से कार चलाने, टायर प्रेशर सही न रखने या ज्यादा ब्रेक लगाने से टायर ओवरहीट होकर आग पकड़ सकते हैं।
किसकी लापरवाही से होता है हादसा?
- वाहन मालिक की लापरवाही
- समय पर सर्विस न कराना।
- पुराने, खराब तारों या घटिया एक्सेसरीज का इस्तेमाल करना।
- गाड़ी में तेल या बैटरी लीक की समस्या को नजरअंदाज करना।
- सर्विस सेंटर या मैकेनिक की गलती
- सर्विसिंग के दौरान वायरिंग, फ्यूल पाइप या अन्य पुर्जों को सही से चेक न करना।
- घटिया क्वालिटी के पुर्जों का इस्तेमाल करना।
- वाहन निर्माता की गलती
- कुछ मामलों में कंपनियों द्वारा बनाए गए वाहनों में डिजाइन दोष (मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट) भी आग लगने का कारण बन सकते हैं।
- कई बार कंपनियां ऐसी खामी के कारण गाड़ियों को वापस बुलाकर सुधारती हैं।
- चालक की लापरवाही
- कार को ज्यादा ओवरस्पीड में चलाना, जिससे इंजन और ब्रेक्स ओवरहीट हो जाते हैं।
- कार में ज्वलनशील पदार्थ (माचिस, पेट्रोल की बोतल, लाइटर, बैटरी आदि) रखना।
कैसे बच सकते हैं ऐसे हादसों से?
✅ नियमित सर्विसिंग कराएं।
✅ ओरिजिनल वायरिंग और फ्यूल पाइप का इस्तेमाल करें।
✅ गाड़ी में किसी भी प्रकार की लीकेज को तुरंत ठीक कराएं।
✅ सस्ती और लोकल एक्सेसरीज़ से बचें।
✅ इंजन के अत्यधिक गर्म होने पर तुरंत गाड़ी बंद करें और चेक कराएं।
✅ फायर एक्सटिंग्विशर रखें, ताकि आग लगने पर तुरंत बुझा सकें।
अगर समय रहते सावधानी बरती जाए, तो कार में आग लगने की घटनाओं को टाला जा सकता है और जान-माल की हानि से बचा जा सकता है।
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