भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज कर्नाटक के बेलगावी में शुरू हुआ, कार्यक्रम का आयोजन ‘नव सत्याग्रह बैठक’ करेगी। अधिवेशन में केंद्र सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की सफलता के बाद कांग्रेस पार्टी नई उर्जा के साथ काम कर रही है, और अगले लोकसभा चुनाव में पिछली बार से ज़्यादा बेहतर प्रदर्शन का दावा कर रही है। जहां पिछली बार छत्तीसगढ़ में अधिवेशन का आयोजन किया गया था तो इस बार कर्नाटक अधिवेशन संपन्न होगा। इस बार के अधिवेशन में लगभग 200 कांग्रेस के बड़े नेता भाग लेंगे। अमित शाह के संसद में दिए बयान समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। इस बैठक में राज्यों कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
इसके बाद शुक्रवार को ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली होगी। दो दिवसीय सत्र में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, सीडब्ल्यूसी सदस्यों और देश भर के वरिष्ठ पार्टी नेताओं सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता भी उपस्थित रहेंगे।
ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित होने जा रहा- के सी वेणुगोपाल
कांग्रेस पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि हम महात्मा गांधी की अध्यक्षता में हुए कांग्रेस अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ को याद करते हुए 26 और 27 दिसंबर को बेलगावी में एक ऐतिहासिक सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बेलगावी अधिवेशन हमारे भारतीय राजनीतिक इतिहास में ऐतिहासिक था। उनके नक्शेकदम पर चलते हुए, हम उनके सिद्धांतों, साथ ही संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा हमें दिखाए गए रास्ते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने के लिए नव सत्याग्रह करेंगे। हम अगले दो दिनों में विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के साथ ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली भी आयोजित करेंगे।





