रिपोर्टर-कुशल चोपड़ा
Bijapur News: बीजापुर में CBI ने पोस्ट ऑफिस के 4 कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बुधवार शाम को टीम ने नगर के एक होटल में छापा मारा। जहां कर्मचारियों को करीब 40 हजार लेते पकड़ा गया। दरअसल बीजापुर जिले में डाक विभाग से जुड़ा एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला सामने आया है, जिसने विभागीय कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिकायतकर्ता रविंद्र और चंदूलाल द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार ट्रांसफर, छुट्टी और मेडिकल अवकाश जैसे वैधानिक कार्यों के लिए खुलेआम रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता रविंद्र ने बताया कि उनसे ट्रांसफर करवाने के बदले ₹20 हजार की मांग की गई थी।

वहीं दूसरे शिकायतकर्ता चंदूलाल ने आरोप लगाया कि एक माह की छुट्टी स्वीकृत कराने के लिए SDI(P) शास्त्री पैंकरा द्वारा ₹15 हजार की मांग की गई।चंदूलाल ने यह भी बताया कि इससे पहले उनकी पत्नी की मेडिकल छुट्टी के लिए ₹10 हजार की राशि मोबाइल फोन-पे ऐप के माध्यम से दूसरे खाते में ट्रांसफर करवाई गई थी,जिसका स्क्रीनशॉट उनके पास सबूत के तौर पर मौजूद है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि यह पूरा गोरखधंधा बीते दो वर्षों से लगातार चल रहा है। पोस्ट ऑफिस में पदस्थ कुछ अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उनसे अवैध वसूली की जा रही थी। बताया जा रहा है कि अलग-अलग राज्यों से नए जॉइनिंग के लिए आने वाले लगभग 71 कर्मचारियों से भी अवैध वसूली किए जाने की आशंका जताई गई है।

मामले को और गंभीर बनाते हुए शिकायत में महिला कर्मचारियों के साथ शारीरिक शोषण और अनुचित व्यवहार की शिकायतें भी सामने आई हैं।पीड़ितों का कहना है कि डर और दबाव के कारण अब तक कई लोग सामने नहीं आ पाए थे,लेकिन अब एकजुट होकर शिकायत दर्ज कराई जा रही है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार अब तक 36 से 40 कर्मचारियों से ₹15 से ₹20 हजार तक की अवैध वसूली की जा चुकी है। इन सभी पीड़ित कर्मचारियों की सूची भी उपलब्ध बताई जा रही है, जिसे जांच एजेंसियों को सौंपे जाने की तैयारी है। इस मामले के सामने आने के बाद डाक विभाग और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह न केवल भ्रष्टाचार बल्कि मानवाधिकार और महिला सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला बन सकता है। अब सभी की नजरें जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर टिकी हैं कि इस पूरे प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कब और क्या कदम उठाए जाते हैं।




