BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर: अब आम लोग क्यूआर कोड स्कैन करके ट्रैफिक प्रहरी बनने का मौका पा सकते हैं। इसके लिए केवल एक गूगल फॉर्म भरना होगा, जिसमें वे अपनी सुविधा के अनुसार टाइम और चौराहा चुन सकते हैं। इस पहल के तहत ट्रैफिक पुलिस जैकेट, सिटी, लाइट बेटन और बेच उपलब्ध कराएगी, ताकि लोग ट्रैफिक संभालने में पुलिस की मदद कर सकें।
इंदौर ट्रैफिक पुलिस ने सुगम और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के लिए यह अभिनव योजना शुरू की है। एडिशनल डीसीपी आनंद कलादगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इसका उद्देश्य आम नागरिकों को यातायात नियमों और प्रबंधन में सहभागी बनाना है।
गूगल फॉर्म में भरनी होगी ये जानकारी
ट्रैफिक प्रहरी बनने के लिए जारी क्यूआर कोड स्कैन करने पर गूगल फॉर्म खुलता है। इस फॉर्म में आपको अपनी बेसिक जानकारी जैसे नाम, पिता का नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल नंबर और पता भरना होगा। साथ ही आपको यह भी चुनना होगा कि आप किस दिन और किस समय (सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक) ट्रैफिक सेवा देना चाहते हैं और किस चौराहे पर उपस्थित रहना पसंद करेंगे।शहर के 30 चौराहों पर तैनात को-ऑर्डिनेटर अधिकारियों के नंबर भी फॉर्म में उपलब्ध होंगे, ताकि इच्छुक नागरिक उनसे संपर्क कर सकें। को-ऑर्डिनेटर उन्हें ट्रैफिक संभालने की प्रक्रिया और जिम्मेदारियों की जानकारी देंगे।
पुलिस देगी सिटी, जैकेट और बेच
ट्रैफिक प्रहरी बनने वाले नागरिकों को पुलिस की तरफ से सिटी, लाइट बेटन, जैकेट और बेच प्रदान किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को साप्ताहिक और मासिक पुरस्कार के माध्यम से सम्मानित भी किया जाएगा। ट्रैफिक प्रहरी न केवल चौराहों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करेंगे, बल्कि त्योहारों या भीड़भाड़ वाले समय में ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने, नियमों के उल्लंघन की सूचना देने, एक्सीडेंट या आपात स्थिति की जानकारी साझा करने और आमजन में ट्रैफिक नियमों के पालन की जागरूकता फैलाने में पुलिस की मदद करेंगे।





