BY: Yoganand Shrivastava
एम्सटर्डम : नीदरलैंड्स के मशहूर राइक्सम्यूज़ियम में इन दिनों एक बेहद अनोखी और ऐतिहासिक वस्तु को लेकर काफी हलचल है। इस म्यूज़ियम में आयोजित एक खास प्रदर्शनी में 200 साल पुराना कंडोम रखा गया है, जो आज भी बेहतरीन हालत में मौजूद है। माना जा रहा है कि यह कंडोम भेड़ के अपेंडिक्स से बनाया गया था और इसकी सतह पर एक नन और तीन पादरियों की कलात्मक छवि भी बनी हुई है।
नीलामी से मिली दुर्लभ विरासत
इस दुर्लभ वस्तु को 1830 के दशक का बताया जा रहा है। राइक्सम्यूज़ियम ने इसे बीते साल एक नीलामी में खरीदा था। जब म्यूज़ियम की क्यूरेटर जॉयस ज़ेलेन और उनकी सहयोगी ने पहली बार इस कंडोम को देखा, तो उन्हें हैरानी और हंसी दोनों आई। उन्होंने बीबीसी से बातचीत में बताया कि नीलामी के दौरान किसी और ने इस पर ध्यान नहीं दिया और केवल उनकी टीम ने बोली लगाई।
बाद में जब इस ऐतिहासिक वस्तु की अल्ट्रा-वॉयलेट रोशनी में जांच की गई, तो पता चला कि यह कभी उपयोग में नहीं लाया गया था और अब भी अवश्य संरक्षित है।
प्रदर्शनी में लोगों की भारी दिलचस्पी
जॉयस ज़ेलेन ने बताया कि जब से यह वस्तु म्यूज़ियम में प्रदर्शित हुई है, तब से हर आयु वर्ग के लोग इसे देखने आ रहे हैं। युवा हो या बुजुर्ग, सभी इस कलाकृति में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह कंडोम 19वीं सदी में यौन जीवन, देह व्यापार और यौन स्वास्थ्य से जुड़ी वास्तविकताओं को दर्शाने वाली प्रदर्शनी का हिस्सा है।
क्या है इस कंडोम की खासियत?
इस कंडोम पर बनी तस्वीर में एक नन को खुली पोशाक में बैठा दिखाया गया है, जो सामने खड़े तीन पादरियों की ओर इशारा कर रही हैं। इसके साथ लिखा है:
“Voila mon choix”
अर्थात: “यह मेरी मर्ज़ी है।”
माना जा रहा है कि यह चित्र एक प्रकार की पैरोडी है जो धार्मिक ब्रह्मचर्य और ग्रीक पौराणिक कथा ‘पेरिस का निर्णय’ पर आधारित हो सकती है, जिसमें ट्रोजन राजकुमार पेरिस को यह तय करना होता है कि एथेना, हेरा और एफ्रोडाइट में सबसे सुंदर देवी कौन है।
कहां से आया यह कंडोम?
म्यूज़ियम का मानना है कि यह कंडोम संभवतः फ्रांस के किसी उच्च वर्ग के देह व्यापार स्थल का एक लक्ज़री स्मृति चिह्न था। आज की तारीख में ऐसे कंडोम दुनिया में केवल दो ही बचे हैं।
यह वस्तु उस समय को दर्शाती है जब यौन संबंधों में गर्भधारण और यौन रोगों का भय आम था। यह न केवल इतिहास का एक हिस्सा है, बल्कि उस युग के यौन व्यवहार और सामाजिक सोच का प्रतीक भी है।
एक अनोखा संग्रह
राइक्सम्यूज़ियम के अनुसार, उनके संग्रह में 7.5 लाख से अधिक प्रिंट, चित्र और फोटोग्राफ हैं, लेकिन किसी कंडोम पर बना यह पहला प्रिंट है। ज़ेलेन ने गर्व से कहा:
“यह संभवतः दुनिया का एकमात्र कला संग्रहालय है, जिसके पास प्रिंटेड कंडोम है।“
हालांकि म्यूज़ियम इस कलाकृति को अन्य संस्थानों को उधार देने को तैयार है, पर उन्होंने यह भी बताया कि यह वस्तु बेहद नाज़ुक है। इसलिए फिलहाल इसे नवंबर के अंत तक ही प्रदर्शित किया जाएगा।