रिपोर्ट- हिमांशु प्रियदर्शी
दिनांक 25.06.25 को सेन्ट्रल कोल फिल्ड लिमिटेड के महाप्रबंधक कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी से भा०क०पा० माओवादी के कोयल शंख जोन कमिटि का सदस्य मनोज जी के नाम से एक करोड़ रूपये लेवी की मांग की गई थी तथा 02 जूलाई तक लेवी की राशि नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। कोलकर्मी के लिखित आवेदन के आधार पर खलारी थाना में प्राथमिकी सं0-46/25 दिनांक 07.07.25 धारा 308 (2)/308(4) बी०एन०एस० एवं 17 सी०एल०ए० एक्ट भा०क०पा० माओवादी की कोयल शंख जोन कमिटि के मनोज जी एवं अन्य के विरूद्ध दर्ज की गई।
काण्ड की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस उप महानिरीक्षक-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, राँची के आदेशानुसार पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण, रांची के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक, खलारी, के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया। छापामारी दल द्वारा काण्ड के उदभेदन एवं शामिल माओवादियों के गिरफ्तारी हेतु छापामारी अभियान चला रही थी कि इस बीच आज दिनांक 14.07.25 को मध्य रात्रि में छापामारी दल को सूचना मिली कि भा०क०पा० माओवादी के 04-05 सक्रिय सदस्य बक्सी बंगला चट्टी नदी के पास व्यवसायियों, ठीकेदारों एवं ईट भट्ठा मालिकों से लेवी वसूलने के लिए एकत्रित हुए है। छापामारी दल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए बक्सी बंगला चट्टी नदी के किनारे घेराबंदी किया गया। माओवादियों के द्वारा भागने का प्रयास किया गया जिसे सशस्त्र बल की मदत से भाग रहे 04 भा०क०पा० माओवादियों को गिरफ्तार किया गया। इनके तलासी लेने पर 1. योगेन्द्र गंझू उर्फ पवन जी के पास एक लोडेड देशी पिस्तौल तथा तीन जिंदा कारतुस, 2. मुकेश गंझू के पास से लेवी में प्रयुक्त एक रेडमी कंपनी का मोबाईल फोन एवं सिम, 3. मन्नु गंझू के पास से प्रतिबंधित संगठन भा०क०पा० माओवादी का लेटर पैड बरामद हुआ। माओवादी योगेन्द्र गंझू उर्फ पवन जी से पुछताछ करने पर पता चला कि यह वर्ष 2006 में भा०क०पा० माओवादी उग्रवादी संगठन में शामिल हुआ था। इसके कार्य को देखते हुए इसे वर्ष 2006 के अंत में गारू सरजु क्षेत्र का एरिया कमाण्डर बना दिया गया। फिर इसे उसी क्षेत्र का वर्ष 2009 में सब-जोनल कमाण्डर बनाया गया। यह सबसे पहले वर्ष 2006 में ही गारू (लातेहार) थाना के केस में जेल गया था तथा वर्ष 2008 में जेल से छुटने के बाद पुनः संगठन में शामिल हो गया। पुनः यह वर्ष 2012 में रातु थाना क्षेत्र से गिरफ्तार होकर जेल गया था तथा वर्ष 2022 में जेल से छुटने के बाद यह पार्टी से दुरी बनाकर रह रहा था तथा अपने केस में कोर्ट में हाजीर होने जाता था। पैसे की कमी हो जाने तथा माओवादी के कोयल शंख क्षेत्र के जोनल कमाण्डर रविन्द्र गंझू के निष्क्रिय हो जाने के कारण यह मुकेश गंझू, मन्नु गंझू एवं राजकुमार नाहक के साथ मिलकर इस क्षेत्र में पार्टी को खड़ा किया तथा क्षेत्र के ठीकेदारो, व्यवसायियों, क्रशर मालिको तथा ईट भट्ठा मालिकों को जान मारने की धमकी देकर लेवी मांगना शुरू किया था। ये माओवादी दस्ता में रहने के क्रम में कई बार पुलिस से मुठभेड़ की घटना में शामिल रहा। गारू (लातेहार) थाना क्षेत्र के कटीया जंगल में पुलिस मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिसकर्मी मारे गये थे। यह सेन्ट्रल कमिटि सदस्य अरविन्द जी के कहने पर मृत पुलिसकर्मी के पेट में बम लगाने हेतु एक्सपर्ट को लेकर कटीया जंगल गया था। इस संबंध में पुलिस के द्वारा अग्रतर कार्रवाई कि जा रही है।
गिरफ्तार माओवादियों का नामः-
- योगेन्द्र गंझू उर्फ पवन गंझू पे० स्व० बखोरी बंझू, पता बातुमांग कोरना सिरम, थाना बरियातु (बालुमाथ), जिला लातेहार।
- मुकेश गंझू पे० स्व० बाबुलाल गंझू ग्राम बेलगड़ा, बजरमरी टोला, थाना चंदया, जिला लातेहार
- मनु गंझू पे० सुधन गंझू पता हेसालौंग गंझू टोला, थाना मैक्लुस्कीगंज, जिला राँची।
- राजकुमार नाहक पे० मोचीराम नाहक, पता मोहन नगर डकरा, थाना खलारी, जिला राँची।