BY: Yoganand Shrivastva
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। NDA ने अपने उम्मीदवार का नाम तय कर दिया है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, विपक्षी गठबंधन INDIA अब भी अपने उम्मीदवार को लेकर असमंजस में है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के चैंबर में बैठक
आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चैंबर में INDIA ब्लॉक की अहम बैठक होनी है। इसमें विपक्ष के नेता उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा करेंगे। अब तक INDIA गठबंधन ने किसी नाम का ऐलान नहीं किया है।
NDA का उम्मीदवार: सीपी राधाकृष्णन
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। वे 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी उनके साथ रहेंगे।
वोटों का गणित: NDA की स्थिति मजबूत
- उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सांसद मिलकर करते हैं।
- इस समय लोकसभा में 542 और राज्यसभा में 240 सदस्य हैं।
- कुल मिलाकर 782 सांसद वोटिंग में हिस्सा लेंगे।
- जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 392 है।
- NDA के पास 422 सांसदों का समर्थन है, जो बहुमत से काफी अधिक है।
इस हिसाब से राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
विपक्ष में सेंध लगाने की कोशिश
एनडीए की रणनीति सिर्फ चुनावी जीत तक सीमित नहीं है। सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं और ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में बीजेपी ने उनका नाम आगे कर DMK को दुविधा में डाल दिया है। तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में DMK के लिए उनका विरोध करना आसान नहीं होगा।
सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
- तमिलनाडु के कोयंबटूर से दो बार सांसद रहे।
- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली।
- 16 साल की उम्र से संघ से जुड़े रहे।
- झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल रह चुके हैं।
- जुलाई 2024 में महाराष्ट्र के राज्यपाल बने।
उनका लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव उन्हें NDA का मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
विपक्ष में मतभेद
विपक्षी दलों में अब तक एकजुटता नहीं दिख रही है। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने आम सहमति से उपराष्ट्रपति चुने जाने का समर्थन किया है। हालांकि, अखिलेश यादव ने साफ किया कि INDIA गठबंधन की बैठक में ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।





