सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी का इंतजार कल्पना चावला की जयंती पर श्रद्धांजलि
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा के बीच, आज, 17 मार्च 2025 को, भारत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
कल्पना चावला: एक प्रेरणादायक जीवन
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया और बाद में अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय और कोलोराडो विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर और पीएचडी की डिग्रियाँ प्राप्त कीं। नासा में शामिल होने के बाद, उन्होंने दो अंतरिक्ष मिशनों में हिस्सा लिया, जिनमें STS-87 (1997) और STS-107 (2003) शामिल हैं। दुर्भाग्यवश, 1 फरवरी 2003 को कोलंबिया अंतरिक्ष यान दुर्घटना में उनका निधन हो गया।
सुनीता विलियम्स की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में, सुनीता विलियम्स अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीने से अधिक समय से कार्यरत हैं। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन 13 मार्च को लॉन्च किया गया है, जो उन्हें पृथ्वी पर लाने के लिए निर्धारित है। उम्मीद है कि सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर 19 मार्च 2025 को पृथ्वी पर लौटेंगे।
कल्पना चावला की विरासत
कल्पना चावला की साहसिक यात्रा और उपलब्धियाँ आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी जयंती पर, देशभर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है, जो महिलाओं को अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।