धनरास में राखड़ डेम के खिलाफ ग्रामीणों का उग्र धरना, एनटीपीसी से रोजगार और मुआवजे की मांग
कटघोरा, 5 जून 2025 — कोरबा जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम धनरास में स्थित एनटीपीसी (NTPC) द्वारा स्थापित राखड़ डेम से हो रहे प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं के विरोध में चार ग्राम पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हैं, जिन्होंने राखड़ परिवहन कर रहे वाहनों को रोक दिया और एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ गंभीर नाराजगी जताई।
राखड़ की उड़ती धूल से ग्रामीण बेहाल
ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी का यह राखड़ डेम पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक बन चुका है। राखड़ की धूल गांवों में उड़कर फसलें, पानी और सांस की हवा को जहरीला बना रही है। इसके चलते बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, और ग्रामीणों की दैनिक दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है।
रोजगार और मुआवजे की मांग पर अडिग ग्रामीण
प्रदर्शन कर रहे लोगों की मुख्य मांगें हैं:
स्थानीय ग्रामीणों को स्थायी रोजगार
राखड़ से प्रभावित क्षेत्रों के लिए मुआवजा और क्षतिपूर्ति
पर्यावरणीय नुकसान की भरपाई
राखड़ प्रबंधन में सुधार और वैकल्पिक उपाय
ग्रामीणों का आरोप है कि वे इन मांगों को लेकर कई वर्षों से एनटीपीसी प्रबंधन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं, कार्रवाई नहीं।
प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे
प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, तहसीलदार, पुलिस प्रशासन, एनटीपीसी अधिकारी और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। हालांकि गुस्साई महिलाओं ने एनटीपीसी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि:
“हमारे गांव को राख से तबाह कर दिया गया है और आप लोग सिर्फ कागजों पर मीटिंग करते रहते हैं।”
अभी तक नहीं बनी सहमति
अब तक एनटीपीसी प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच किसी समाधान पर सहमति नहीं बन सकी है। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।