BY: MOHIT JAIN
उत्तराखंड एक बार फिर प्राकृतिक आपदा से हिल गया है। चमोली जिले में बुधवार रात बादल फटने की दो घटनाओं ने भारी तबाही मचा दी। नंदानगर घाट क्षेत्र के कुंतरी लंगाफली और धुर्मा गांव में अचानक आए इस हादसे से कई घर और वाहन मलबे में दब गए।
जिला प्रशासन के अनुसार, कुंतरी लंगाफली वार्ड में 6 घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं और 7 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। राहत-बचाव दल ने अब तक 2 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
#WATCH | Uttarakhand | Chamoli District Magistrate Sandeep Tiwari told ANI, "A cloudburst caused damage in the Nandanagar Ghat area of Chamoli district on Wednesday night. Six houses were buried under debris in the Kuntri Langafali ward of Nandanagar. The District Magistrate… pic.twitter.com/oNWiRwzxYw
— ANI (@ANI) September 18, 2025
धुर्मा गांव में भारी नुकसान

धुर्मा गांव में भी हालात बेहद गंभीर हैं। यहां कई दुकानें, मकान और वाहन मलबे की चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही SDRF, NDRF और तहसील प्रशासन की टीमों को मौके पर भेजा गया। खराब मौसम और लगातार बारिश के बावजूद बचाव कार्य जारी है।
गोपेश्वर स्थित जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने पुष्टि की है कि भूस्खलन और मलबे ने कई घरों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। प्रशासन की टीमें लापता लोगों की तलाश में लगातार जुटी हुई हैं।
इससे पहले देहरादून में भी तबाही
मंगलवार को भी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में बादल फटने और मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई थी।
- उफनती नदियों ने कई इमारतों, पुलों और सड़कों को बहा दिया।
- इस आपदा में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 7 लोग लापता हो गए थे।
- राज्यभर में 600 से ज्यादा लोग फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन से निकाला गया।
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों के लिए अगले 20 घंटे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भूस्खलन और नदियों के जलस्तर बढ़ने का खतरा और अधिक हो सकता है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने की घटनाएं राज्य के लिए गंभीर चुनौती बन गई हैं। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों ने हालात को और मुश्किल बना दिया है।