उत्तरप्रदेश लगातार विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है। उत्तरप्रदेश में खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई योजनाएं संचालित की जा रही है। साल 2017 से अब तक प्रदेश में 18,000 से अधिक खेल मैदान विकसित किए जा चुके है। प्रदेश में कई स्टेडियम, बहुद्देश्यीय हॉल, तरणताल और सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम बनकर तैयार हो चुके है। सरकार की कोशिश है कि, ग्रामीण युवाओं को भी राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं मुहैया हो सके। खेल मैदानों में रनिंग ट्रैक बनने से सेना, पुलिस और सुरक्षा बलों की तैयारी करने वालों नौजवानों को मदद मिल रही है।
योगी सरकार के प्रयासों से युवाओं में खेलों के प्रति लगातार आकर्षण बढ़ रहा है। प्रदेश में आज विश्वविद्यालय स्तर पर लीग और गांव स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं शुरू हो चुकी है। जिसने खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का प्लेटफार्म प्रदान किया है। इसके साथ ही प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों को तैयार किया गया है।
खिलाड़ियों के लिए सरकारी सुविधाएं
प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार, आज उत्तर प्रदेश में 84 स्टेडियम, 67 बहुद्देश्यीय हॉल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम और 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक तैयार हैं। इसके अलावा 2 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 16 छात्रावास, 47 अत्याधुनिक जिम, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट और 19 डॉरमेट्री खिलाड़ियों के लिए तैयार किए जा चुके हैं। वहीं प्रदेश में 2 जूडो हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 6 शूटिंग रेंज, 2 इंडोर वॉलीबाल, 12 वेटलिफ्टिंग हॉल, 14 सिंथेटिक बॉस्केट बॉल कोर्ट प्रदेश के अंदर बनकर तैयार हुए हैं।