संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर हुई बैठक में पाकिस्तान से कड़े सवाल किए। सूत्रों के अनुसार, परिषद ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की पहलगाम हमले में संलिप्तता पर सवाल उठाए, जिसमें 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी घुड़सवारी ऑपरेटर की निर्मम हत्या हुई थी।
मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी पर चिंता
यूएनएससी के सदस्यों ने पाकिस्तान के हालिया मिसाइल परीक्षणों और उसकी परमाणु बयानबाजी को तनाव बढ़ाने वाला कारक बताया। पाकिस्तान, जो परिषद का अस्थायी सदस्य है, ने तनाव के मद्देनजर “बंद दरवाजों वाली परामर्श” की मांग की थी।
आतंकवाद की निंदा और जवाबदेही पर जोर
बैठक के दौरान, सदस्यों ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की और जवाबदेही तय करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि पहलगाम में पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया था। साथ ही, पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले “फ्लैग ऑपरेशन” के झूठे नैरेटिव को भी खारिज कर दिया गया।
प्रमुख बिंदु:
- यूएनएससी ने पाकिस्तान से आतंकवाद में संलिप्तता पर सफाई मांगी।
- पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी को खतरनाक बताया।
- आतंकी हमले में धार्मिक आधार पर हिंसा की निंदा की गई।
- पाकिस्तान के “फ्लैग ऑपरेशन” के दावों को निराधार बताया गया।
यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सामने आया है, जहां अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की आतंकवाद को समर्थन देने की नीतियों पर सवाल उठा रहा है।