BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल | मध्यप्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसे लेकर अब भी स्थिति साफ नहीं है। मौजूदा मुख्य सचिव अनुराग जैन 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। राज्य सरकार ने अब तक उनके कार्यकाल बढ़ाने (एक्सटेंशन) का प्रस्ताव केंद्र को नहीं भेजा है। हालांकि, नौकरशाही गलियारों में माना जा रहा है कि उन्हें सेवावृद्धि मिलने की संभावना अधिक है।
अगर जैन को एक्सटेंशन नहीं मिला तो इस अहम पद के लिए दो वरिष्ठ आईएएस अफसरों और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत एक महिला अधिकारी के नामों पर चर्चा चल रही है। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अंतिम निर्णय अगस्त के आखिरी हफ्ते में सामने आएगा।
संभावनाएं क्या हैं?
1. अनुराग जैन को मिल सकता है एक्सटेंशन
जानकारों का मानना है कि उनके एक्सटेंशन के पीछे तीन बड़े कारण हो सकते हैं—
- दिल्ली से मजबूत रिश्ते
जैन पहले भी केंद्र में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। वे पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे और पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी भारत माला परियोजना को सफलतापूर्वक लागू कराने का श्रेय उन्हें दिया जाता है। माना जाता है कि केंद्र की पसंद से ही उन्हें 2021 में एमपी का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। - वित्तीय प्रबंधन में दक्षता
जैन को वित्तीय मामलों का जानकार माना जाता है। उन्होंने 2013-14 में भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और एमडी की जिम्मेदारी संभाली। 2019 में दिल्ली से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग सौंपा। अब राज्य में उन्होंने शून्य बजट प्रणाली लागू की है, जिसके तहत विभागों को जरूरत के मुताबिक ही बजट आवंटित होता है। - नई नीतियों और निवेशकों पर फोकस
मध्यप्रदेश में पब्लिक सर्विसेज डिलीवरी एक्ट लागू कराने में उनकी अहम भूमिका रही। उन्होंने एमपी को निवेश आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए 18 नई नीतियां तैयार कराईं, जिन्हें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लागू किया गया।
कुल मिलाकर, फिलहाल सवाल यही है कि क्या अनुराग जैन को कार्यकाल बढ़ाया जाएगा या फिर नए मुख्य सचिव की नियुक्ति होगी? इस पर अंतिम फैसला महीने के अंत में सामने आने की संभावना है।





