BY: Yoganand Shrivastva
बीजिंग: चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) में असंतोष और अनुशासनहीनता की खबरों के बीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने चीन की नौसेना के चीफ ऑफ स्टाफ और एक वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक को उनके पदों से हटा दिया है। यह फैसला PLA में चल रहे विस्तृत अनुशासनात्मक अभियान का हिस्सा माना जा रहा है, जो बीते कुछ महीनों से जारी है।
दो शीर्ष अधिकारियों पर गिरी कार्रवाई की गाज
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति जिनपिंग के निर्देश पर वाइस एडमिरल ली हानजुन और परमाणु वैज्ञानिक लियू शिपेंग को चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) की सदस्यता से निष्कासित किया गया है।
- ली हानजुन, नौसेना के चीफ ऑफ स्टाफ थे।
- लियू शिपेंग, चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन (CNNC) के डिप्टी चीफ इंजीनियर थे और गांसू स्थित “404 बेस” के चेयरमैन भी थे।
NPC की स्थायी समिति ने शुक्रवार को इस कार्रवाई की पुष्टि की। यह माना जा रहा है कि यह निष्कासन केवल शुरुआत है और आगे गंभीर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।
मियाओ हुआ भी हटाए जा चुके हैं
इससे पहले, PLA में वैचारिक कार्यों की देखरेख करने वाले शीर्ष अधिकारी मियाओ हुआ को भी केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) से हटाया गया था। यह आयोग चीन की सर्वोच्च सैन्य कमान है, जिसकी अध्यक्षता शी जिनपिंग स्वयं करते हैं।
वाइस एडमिरल ली हानजुन: कौन हैं?
60 वर्षीय ली हानजुन के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत अधिक जानकारी नहीं है।
- वे CMC के प्रशिक्षण और प्रशासन विभाग में डिप्टी डायरेक्टर रह चुके हैं।
- 2014 में उन्हें फुजियान नौसेना बेस का कमांडर नियुक्त किया गया था।
- इसके बाद वे नेवल कमांड कॉलेज के निदेशक और बाद में अध्यक्ष बने।
माना जाता है कि ली का कार्यकाल फुजियान में मियाओ हुआ के साथ समानांतर रहा, जिससे दोनों के संबंधों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
लियू शिपेंग: चीन के रणनीतिक वैज्ञानिक
लियू शिपेंग देश के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कड़ी थे।
- वे CNNC में डिप्टी चीफ इंजीनियर और
- गांसू के 404 बेस के चेयरमैन और कम्युनिस्ट पार्टी सचिव भी थे।
यह केंद्र चीन की परमाणु क्षमता का आधार माना जाता है। यहां चीन का पहला परमाणु और हाइड्रोजन बम तैयार किया गया था।
2023 में लियू को गांसू सरकार ने “उत्कृष्ट उद्यमी” के खिताब से नवाज़ा था। ऐसे में अचानक उन्हें हटाए जाना, किसी बड़े आंतरिक संकट या अनुशासनात्मक उल्लंघन की ओर संकेत करता है।