BY: Yoganand Shrivastva
गाजा पट्टी में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। एक ओर इजरायल के हमलों से तबाही जारी है, तो दूसरी ओर वहां के नागरिक अब भुखमरी के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। इमारतें मलबे में तब्दील हो चुकी हैं और लोगों को ज़रूरी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की चेतावनी
खाद्य संकट पर नजर रखने वाले वैश्विक संगठन ‘इंटीग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन (IPC)’ ने चेतावनी दी है कि गाजा में भुखमरी अपने सबसे खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। अगर जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो बड़ी संख्या में जानें जा सकती हैं। हालांकि यह चेतावनी अकाल की औपचारिक घोषणा नहीं है, लेकिन यह गंभीर संकेत जरूर है।
इजरायल की कार्रवाई और प्रभाव
गाजा में हाल के दिनों में इजरायल की ओर से की गई सख्त घेराबंदी और सैन्य कार्रवाई के चलते हालात और बिगड़े हैं। इजरायल ने पिछले सप्ताह यह घोषणा की थी कि वह गाजा सिटी, दीर अल-बलाह और मुवासी इलाकों में प्रतिदिन 10 घंटे तक सैन्य कार्रवाई रोकने का प्रयास करेगा, ताकि मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके। इसके अलावा सुरक्षित मार्ग और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से राहत सामग्री भेजने की व्यवस्था भी की गई है।
सहायता एजेंसियों की राय
हालांकि राहत कार्यों से जुड़ी एजेंसियों का मानना है कि अब तक उठाए गए कदम गाजा के गंभीर मानवीय संकट को टालने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। कुपोषित बच्चों की तस्वीरें और बढ़ती भूख से जुड़ी घटनाएं यह संकेत दे रही हैं कि जल्द और व्यापक राहत प्रयासों की आवश्यकता है।