जामताड़ा (रतन कुमार मंडल): जामताड़ा के पांडेयडीह मोहल्ला में हाल ही में वायरल हुए एक अश्लील वीडियो को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जहां एक ओर पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सचिन दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वहीं दूसरी ओर गांव के लोगों का आरोप है कि पुलिस अब निर्दोष युवकों को बेवजह परेशान कर रही है।
सोशल मीडिया पर फैला था वीडियो
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर पांडेयडीह निवासी सचिन दास और एक महिला का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सचिन दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सचिन की पत्नी ने लगाए आरोप
गिरफ्तारी के बाद सचिन दास की पत्नी ने गांव के कुछ युवकों पर आरोप लगाया कि उन्हीं ने वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया। इस आरोप के आधार पर पुलिस ने कुछ अन्य युवकों से पूछताछ शुरू की, जिससे गांव में आक्रोश फैल गया।
ग्रामीणों का आरोप: निर्दोष युवकों को किया जा रहा है परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि वीडियो खुद सचिन दास के मोबाइल से बनाया गया था और उसी से वायरल भी हुआ। ऐसे में अन्य युवकों को फंसाना न केवल गलत है, बल्कि न्याय के खिलाफ भी है।
राकेश दास (ग्रामीण) ने कहा,
“पुलिस जबरदस्ती मोहल्ले के युवकों को उठा रही है, जबकि वीडियो उसी व्यक्ति के मोबाइल से बना और वायरल हुआ है। निर्दोषों को क्यों फंसाया जा रहा है?”
पूर्णचंद्र दास (ग्रामीण) ने मांग की,
“हम पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी हो उसी पर कार्रवाई हो। निर्दोष युवकों को परेशान न किया जाए।”
पुलिस का जवाब
इस पूरे मामले पर जामताड़ा एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी ने कहा है कि-
“मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही किसी भी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।”