Isa Ahmad
बिहार के वैशाली जिले में लगने वाला विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेला 13 नवंबर से शुरू हो चुका है। दुनिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाने वाला यह आयोजन हर साल देश-विदेश से हजारों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस बार मेले का सबसे बड़ा आकर्षण बना है सहरसा जिले के भटन भगत द्वारा लाया गया अनोखा बौना-बौनी घोड़ा-घोड़ी, जिसे देखने के लिए मेले में भारी भीड़ उमड़ रही है।
घोड़ा बाजार में जब भटन भगत अपने छोटे कद के घोड़ा-घोड़ी के साथ पहुंचे, तो लोगों की नजरें उन पर ठहर गईं। उनके छोटे आकार और आकर्षक चाल को देखकर लोग हैरान रह गए। कई आगंतुकों ने बताया कि उन्होंने आज तक इतने छोटे घोड़ा-घोड़ी को नहीं देखा था। मेले में घोड़ों की अलग-अलग नस्लें और ऊँचे-तगड़े घोड़े हर साल देखने को मिलते हैं, लेकिन इस ‘बौना-बौनी’ जोड़ी ने पूरे मेले में नई चर्चा छेड़ दी है। लोग दूर-दूर से आकर इनके साथ तस्वीरें ले रहे हैं और इन्हें करीब से देखने की कोशिश कर रहे हैं।
भटन भगत ने बताया कि वे कई वर्षों से विशेष देखभाल और प्रशिक्षण के साथ इस जोड़ी को तैयार कर रहे हैं। इस साल उन्हें उम्मीद से कहीं अधिक लोकप्रियता मिल रही है। उनका कहना है कि इस घोड़ा-घोड़ी की खास नस्ल और छोटे कद के कारण यह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है। वे सोनपुर मेले को देश का सबसे बड़ा मंच मानते हैं, जहाँ दुर्लभ नस्लों और खास जानवरों को पहचान मिलती है।
सोनपुर मेला सदियों से अपनी अनूठी परंपराओं और भव्यता के लिए जाना जाता है। यहाँ पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक बाजार मेले की शोभा बढ़ाते हैं। हर साल घोड़ों की कई प्रजातियाँ यहाँ प्रदर्शित की जाती हैं, लेकिन इस बार भटन भगत के बौना-बौनी घोड़े ने मेले को एक नई पहचान और नई चर्चा दे दी है।
इस तरह सोनपुर मेले में आया यह सबसे छोटा ‘बौना-बौनी’ न केवल लोगों की उत्सुकता का केंद्र बना हुआ है, बल्कि मेले की खास पहचान भी बन गया है। आने वाले दिनों में इसके और भी ज्यादा लोकप्रिय होने की संभावना है, क्योंकि देखने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।





