बिहार में अगले साल यानी 2025 में विधानसभा चुनाव होना है। उसके ठीक पहले प्रदेश की सियासत गरमाती हुई दिखाई दे रही है। इस बार का चुनाव कई मायनों में खास रहने वाला है। आरजेडी, बीजेपी, जेडीयू और हम के अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज भी ताल ठोक रही है। चुनाव से जुड़े एक सवाल पर प्रशांत किशोर ने मीडिया से कहा कि हमारी लड़ाई आरजेडी से नहीं बल्कि एनडीए से है। बता दें कि लंबे समय से जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर प्रदेश के एनडीए सरकार पर हमलावर है। खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर वो हमेशा हमला बोलते रहते हैं।
आरजेडी से नहीं बल्कि एनडीए से है लड़ाई- प्रशांत किशोर
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने आरजेडी से अपनी लड़ाई को लेकर कहा, “RJD जो करना है करे, जन सुराज की लड़ाई RJD से नहीं है, हमारी लड़ाई NDA से है। लोकसभा चुनाव के नतीजों को अगर देखें तो 176 सीटों पर NDA आगे है, RJD को कौन पूछ रहा है। लड़ाई हममें और NDA में है।”
‘जन सुराज की सरकार बनेगी’
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने आगे कहा, “समाज के सभी वर्गों की भागीदारी जो उनकी जनसंख्या के हिसाब से देने की बात कही गई है, उसके तहत मुसलमानों की आबादी के हिसाब से कम से कम 40 विधानसभा सीटों पर मुसलमान समाज के काबिल लोगों को चुनाव लड़ाने का ऐलान पहले से किया गया है और यह जन सुराज में अन्य वर्गों के लिए पहले से कही गई बातों के अनुरूप है, इससे अलग नहीं है। मैं राजद के लोगों को चुनौती देता हूं जो पिछले 30 वर्षों से मुसलमानों के नेता होने का दावा कर रहे हैं, अगर वे कह रहे हैं कि ‘अगर आप जन सुराज के लोगों को वोट देते हैं, तो वोट बंट जाएंगे’, मैं उनसे कह रहा हूं कि जहां भी उनके पास मुस्लिम उम्मीदवार हैं, वे उन्हें मैदान में उतारें, वहां हम हिंदू को मैदान में उतारेंगे, मुस्लिम को नहीं। वे पहले मुसलमानों का हक मारना बंद करें और अगर उनमें हिम्मत है, तो आबादी के हिसाब से टिकट देकर दिखाएं… 2025 में जन सुराज का मुख्यमंत्री चुना जाएगा। जन सुराज की सरकार बनेगी, जनता बताएगी कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा।”
बिहार में एनडीए की है सरकार
बिहार में मौजूदा समय में एनडीए की सरकार है। इस सरकार में बीजेपी, जेडीयू, चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर), जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं। बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं। अगर किसी एक पार्टी को बहुमत हासिल करना है तो उन्हें बहुमत के लिए 122 का मैजिकल आंकड़ा छूना होगा।